सर्पदंश से सगी बहनों समेत तीन की मौत
जागरण संवाददाता, कासिमाबाद (गाजीपुर) : घर में पाले गए मुर्गे को पकड़ने पहुंचे सांप ने शुक्र
जागरण संवाददाता, कासिमाबाद (गाजीपुर) : घर में पाले गए मुर्गे को पकड़ने पहुंचे सांप ने शुक्रवार की रात मुर्गे के साथ ही दो सगी बहनों को भी डंस लिया जिससे तीनों की मौत हो गई। मामला थाना क्षेत्र के मेख गांव का है। सगी बहनों अनीता (12) व ममता (10) की मौत के बाद घर में कोहराम मच गया। बाद में परिजनों ने बिना किसी को सूचना दिए शवों का दाह संस्कार कर दिया। वहीं दूसरी ओर नोनहरा थानाक्षेत्र के सरयां गांव निवासी राजेंद्र ¨बद (43) की भी सर्प दंश से मौत हो गई। वह शुक्रवार की रात धान की ¨सचाई कर रहे थे, इसी दौरान सांप ने डंस लिया।
मेख गांव निवासी मुन्ना डोम के एक भाई व चार बहनों में अनिता दूसरे व ममता तीसरी नंबर पर थी। रात के पहर दोनों खाना खाने के बाद झोपड़ी में सो रही थी। आधी रात के बाद सांप अनीता के पैर व ममता के नाक में डंस लिया। दोनों की हालत कुछ देर बाद बिगड़ी तो परिवार के लोग उन्हें झाड़फूंक के लिए बाराचवर स्थित अमवा के सती धाम ले गए, जहां दोनों ने दम तोड़ दिया। सगी बहनों की मौत से परिवार के लोग दहाड़े मारकर रोने लगे। मां लखपतिया व पिता मुन्ना का रो-रोकर बुरा हाल था। लोगों का कहना है कि घर में मुर्गे भी पाले गए हैं जो उसी झोपड़ी में थे। संभवत: सांप मुर्गों को ही पकड़ने गया था। उसने एक मुर्गे को भी डंस दिया था जिससे उसकी मौत हो गई। इसके बाद उसने सगी बहनों का डंसा। इस संबंध में प्रभारी एसडीएम कासिमाबाद रमेश यादव ने बताया कि नियमानुसार पीड़ित परिवार को सहायता दिलाई जाएगी।
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उपचार होता तो बच सकती
थी दोनों की जान
अंधविश्वास के चलते दो सगी बहनें काल के गाल में समा गईं। सांप काटने के बाद अगर परिवार के लोग उन्हें झाड़फूंक की जगह अगर अस्पताल ले जाते और उपचार करते तो शायद दोनों बहनें आज ¨जदा होतीं। बेटियों की मौत के बाद मां और पिता को भी इसका पछतावा हो रहा है।