दो साल भी नहीं चल सकी चार करोड़ की सड़क
लोक निर्माण विभाग द्वारा सड़क निर्माण में भ्रष्टाचार।
जागरण संवाददाता, दिलदारनगर (गाजीपुर) : लोक निर्माण विभाग द्वारा सड़क निर्माण में भ्रष्टाचार का खेल खुद सड़क ही बयां कर रही है। कहा जाय कि चार करोड़, पांच लाख 76 हजार रुपये की लागत से राज्य सड़क निधि योजना अंतर्गत बना दिलदारनगर -रक्साहां बाईपास मार्ग भ्रष्टाचार और कमीशनखोरी का नमूना है तो अतिशयोक्ति नहीं। उखड़ी गिट्टियां उम्मीदों को ठोकर मार रही हैं।
सड़क का निर्माण हुए लगभग दो वर्ष हो गए, लेकिन यह जगह-जगह टूट कर गड्ढे का रूप ले चुकी है। ज्यादातर गिट्टियां बिखरी हुई हैं। विभाग इसे छुपाने के लिए बिखरी गिट्टियों के ऊपर पैचिग जरूर कराया, लेकिन जब सड़क ही टिक नहीं रही है तो पैच का क्या हाल होगा इसे समझा जा सकता है। दिलदारनगर-रक्साहां बाईपास मार्ग की लंबाई 2.1 किमी है। दो वर्ष में ही वाहन गड्ढे में हिचकोले खाते हुए आ जा रहे हैं। सड़क जगह-जगह फटने लगी। उक्त मार्ग से लोग अमौरा देवल के रास्ते बिहार को भी जाते हैं। सड़क पर हमेशा छोटे-बड़े वाहनों का आवागमन लगा रहता है। पूर्ववर्तीय सरकार में बनीं सड़कें पूरी तरह गड्ढे का रूप ले चुकी थीं, लेकिन केंद्र में जब भाजपा की सरकार बनी तो सड़क निर्माण का कार्य शुरू हुआ, लेकिन लोक निर्माण विभाग में व्याप्त भ्रष्टाचार के खेल ने सड़क निर्माण के दो वर्ष बाद ही सरकार की किरकिरी शुरू करा दी। ऐसे में सड़क निर्माण की गुणवत्ता पर सवाल उठने लगे।
सड़क के दोनों ओर नहीं बनी पटरी
दिलदारनगर - रक्साहां बाईपास पर पैदल निर्माण के लिए दोनों ओर पटरी बननी थी, लेकिन वह भी अब तक नहीं बन सकी। इसके नहीं बनने के पीछे जो भी कारण हो यह तो विभाग ही जाने, लेकिन इसका खामियाजा आम जनता भुगत रही है। सड़क के दोनों ओर मिट्टी डालकर ही उसे छोड़ दिया गया है। फलस्वरूप जगह-जगह किनारे की मिट्टी कट जाने से सड़क धंस भी गई है। विधायक ने किया था शिलान्यास
दिलदारनगर - रक्साहां बाई पास मार्ग का शिलान्यास बीते 26 अप्रैल 2018 को जमानियां विधान सभा की विधायक सुनीता सिंह द्वारा दिलदारनगर के हुसैनाबाद के नहर पुलिया के पास से किया गया था।