पुलिया निर्माण की गुणवत्ता पर उठे सवाल
जासं बारा (गाजीपुर) निर्माण कार्यों से जुड़े ठेकेदार घटिया निर्माण करने से बाज नहीं आ रहे। रिपोर्टिंग पुलिस चौकी बारा के निकट ताड़ीघाट-बारा मार्ग पर ऐसी ही एक पुलिया का मामला सामने आया है। ठेकेदार ने जहां दरार पड़े पाइप लगा रखा है वहीं जर्जर पुलिया को बिना तोड़े ही निर्माण कार्य शुरू करा दिया है। ऐसे में लाखों रुपये की लागत से बनने वाली पुलिया की गुणवत्ता पर सवाल उठना लाजिमी है। इस पुलिया से रोजाना हजारों हल्के-भारी वाहन गुजरते हैं। ऐसे में कभी भी किसी बड़े हादसे का खतरा बना हुआ है।
जासं, बारा (गाजीपुर) : निर्माण कार्यों से जुड़े ठेकेदार घटिया निर्माण करने से बाज नहीं आ रहे। रिपोर्टिंग पुलिस चौकी बारा के निकट ताड़ीघाट-बारा मार्ग पर ऐसी ही एक पुलिया का मामला सामने आया है। ठेकेदार ने जहां दरार पड़े पाइप लगा रखा है वहीं जर्जर पुलिया को बिना तोड़े ही निर्माण कार्य शुरू करा दिया है। ऐसे में लाखों रुपये की लागत से बनने वाली पुलिया की गुणवत्ता पर सवाल उठना लाजिमी है। इस पुलिया से रोजाना हजारों हल्के-भारी वाहन गुजरते हैं। ऐसे में कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है।
ताड़ीघाट-बारा मार्ग जिले को बिहार प्रांत से जोड़ने का सीधा रास्ता है। यही कारण है कि इस सड़क से रोजाना हजारों लोगों की आवाजाही होती है। सड़क के आरसीसी निर्माण से पहले यह पुलिया बेहद संकरी थी, इससे पानी निकासी की व्यवस्था भी अवरुद्ध हो गई थी। सड़क निर्माण के बाद पुलिया को तोड़कर नई पुलिया बनाई जानी थी। काफी समय के बाद पुलिया का निर्माण कार्य तो शुरू हो गया लेकिन शुरुआती दौर में ही बरती गई खामियां भी सामने आ रही हैं। इसको देखकर अंदाजा लगाया जा सकता है कि पुलिया का निर्माण तकनीकी मापदंडों को ताक पर रखकर किया जा रहा है।
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लगाई जा रही फटी पाइप
: लोगों का आरोप है कि पुलिया निर्माण में सीमेंट व रेत का उपयोग भी सही अनुपात में नहीं किया जा रहा है। दूसरी ओर पुलिया में पानी निकासी के लिए जो पाइप डाले जा रहे हैं वह काफी पुराने और क्रेक हैं। पाइप की हालत ऐसी नहीं है कि वे पुलिया से गुजरने वाले भारी वाहनों का भार झेल सके। घटिया निर्माण की पोल अमूमन बारिश में खुलती है, लेकिन यहां जैसे सारी हदें पार कर निर्माण के समय ही पोल खुल गई है। नहीं लगा है पुराना पाइप
ताड़ीघाट - बारा मार्ग पर कुल पांच नई पुलियों का निर्माण कराया गया है, जिसमें उतरौली में तीन, भदौरा में एक और जलालपुर में एक। मार्ग पर पड़ने वाले अन्य पुलियों का मरम्मतीकरण होना है। इसके तहत बारा में मरम्मतीकरण का कार्य हो रहा है। किसी भी पुलिया में पुराना पाइप नहीं डाला गया है।
- प्रशांत भाटिया, प्रोजेक्ट मैनेजर धर्मराज कांट्रैक्टर।