पत्रावली विधानसभा तक भटकी, पर नल से एक बूंद न टपकी
खानपुर (गाजीपुर) क्षेत्र के रामपुर स्थित जलनिगम की टंकी से जुड़े 11 गांवों के छह सौ परिवारों को पिछले ढाई साल से नल में पानी के लिए तरसना पड़ रहा है। जिसके चलते उपभोक्ताओं में विभाग के प्रति आक्रोश पनप रहा है।
फोटो : 24 सी। जागरण संवाददाता, खानपुर (गाजीपुर) : क्षेत्र के रामपुर स्थित जलनिगम की टंकी से जुड़े 11 गांवों के छह सौ परिवारों को पिछले ढाई साल से नल में पानी के लिए तरसना पड़ रहा है। इसके चलते उपभोक्ताओं में विभाग के प्रति आक्रोश पनप रहा है।
2018 के जनवरी माह में टंकी से आपूर्ति के दौरान बालू आने की शिकायत ग्रामीणों द्वारा विभाग से की गई। इस पर विभाग ने आपूर्ति बंद कर दी। काफी लंबे प्रयास के बाद अक्टूबर 2018 में भूगर्भ विभाग द्वारा पुन: नई बोरिग की गई जो सफल भी रही। नई बोरिग से पानी भी शुद्ध आ रहा था लेकिन डेढ़ साल बीत जाने के बावजूद अब तक नई बोरिग को पानी टंकी से न जोड़े जाने से जलापूर्ति नहीं की जा रही है। इसके कारण करीब 600 परिवार वैकल्पिक व्यवस्था और अन्य लोगों के दरवाजों पर लगे हैंडपम्प के सहारे पानी पी रहे हैं। इस मामले को विधायक सुभाष पासी ने विधानसभा में भी उठाया था लेकिन कुछ हुआ नहीं। इसकी शिकायत रामपुर के शिवेंद्र सिंह ने मुख्यमंत्री के पोर्टल सहित तमाम लोगों से की। प्रदेश सरकार के जल शक्ति मंत्री महेंद्र सिंह ने भी पत्रावली का संज्ञान में लेते हुए तत्काल पाइप लाइन बिछाकर कनेक्शन देने का आदेश दिया। बावजूद इसके विभागीय लापरवाही से सैकडों परिवार के लोगों को एक-एक बूंद पानी के लिए तरसना पड़ रहा है। ग्रामीण संजय सिंह, शेषनाथ सिंह, फिरोज अहमद, कैलाश जायसवाल आदि ने विभाग के प्रति नाराजगी जताते हुए शीघ्र कनेक्शन देने की मांग की है, ताकि उन्हें शुद्ध पेयजल उपलब्ध हो सके। --- बोरिग को टंकी से जोड़ने के लिए इस्टीमेट बनाकर भेजा गया था, बजट नहीं आने से काम रुका पड़ा था। अभी इसे जल शक्ति मंत्रालय द्वारा जल जीवन मिशन में शामिल कर लिया गया है जिसके लिए सर्वे का कार्य चल रहा।
- ब्रह्मानंद, अधिशासी अभियंता जल निगम।