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अबकी मुसंफ न्यायालय का मुद्दा होगा बड़ा

जखनिया (गाजीपुर) चुनावी बयार में स्थानीय क्षेत्र में मुंसफ न्यायालय का मुद्दा एक बार फिर गरमा गया है। वर्ष 2000 से हो रही इसकी मांग को लेकर लोग आरपार की लड़ाई लड़ने का मूड बना रहे हैं। स्थानीय तहसील बनने के बाद से इसकी मांग उठने लगी थी लेकिन दो दशक बाद भी इसे जनप्रतिनिधियों ने तरजीह नहीं दी। मगर इस बार उनको इसे गंभीरता से लेना होगा। लोगों का मानना है कि इसके न बनने से उनको सैदपुर व सदर स्थित न्यायालय को जाना पड़ता है जिससे समय के साथ उनका आर्थिक नुकसान होता है।

By JagranEdited By: Published: Fri, 15 Mar 2019 06:10 PM (IST)Updated: Fri, 15 Mar 2019 09:24 PM (IST)
अबकी मुसंफ न्यायालय का मुद्दा होगा बड़ा
अबकी मुसंफ न्यायालय का मुद्दा होगा बड़ा

जासं, जखनियां (गाजीपुर) : इस बार के चुनावी बयार में स्थानीय क्षेत्र में मुंसफ न्यायालय का मुद्दा बड़ा होगा। इस बार उनको इसे गंभीरता से लेना होगा। लोगों का मानना है कि इसके न बनने से उनको सैदपुर व सदर स्थित न्यायालय को जाना पड़ता है जिससे समय के साथ उनका आर्थिक नुकसान होता है।

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जखनियां तहसील की स्थापना 19 जून 1999 में की गई। क्षेत्रीय जनता ने अपनी सुविधा के लिए वर्ष 2000 से मुंसफ न्यायालय की स्थापना की मांग उठाई। लगातार मांग पत्र तहसील दिवस. तहसील मे धरना प्रदर्शन के माध्यम से जिलाधिकारी व उच्च न्यायालय तक पहुंचाने का कार्य किया। उनका मानना था कि स्थानीय तहसील में मुसफ न्यायालय नहीं होने से वादकारियों को अपने विवादों को निपटारा करवाने के लिए सैदपुर व गाजीपुर न्यायालय में जाना होता है। इससे पूरे दिन का समय के साथ ही धन का अपव्यय भी होता है । उच्च न्यायालय के आदेश पर जिला से न्यायाधीश ने मुंसिफ न्यायालय की स्थापना के लिए तहसील के सामने खाली भूमि का भी निरीक्षण कर रिपोर्ट जिला मुख्यालय भेजी गई लेकिन फाइल आगे नहीं बढ़ सकी। क्षेत्र की जनता बार-बार मांग करती है परंतु तहसील में न्यायालय की स्थापना तक नहीं हो सकी। ---

577 गांव के हजारों मामले

न्यायालय की स्थापना नहीं होने से तहसील के 577 गांव व क्षेत्र के हजारों की संख्या में विवादित मामले अन्य मुंसफ न्यायालय में चलते हैं। इसकी स्थापना नहीं होने से स्थानीय लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। क्षेत्र के कुछ विवादित मामले सैदपुर एवं कुछ सदर स्थित मुंसफ न्यायालय में चलते हैं। स्थापना के लिए हुआ धरना-प्रदर्शन

तहसील विकास समिति के अध्यक्ष देवनारायण सिंह ने मुंसफ न्यायालय की स्थापना के लिए तहसील में धरना प्रदर्शन कर किया। इसके बाद मांगें पूरी नहीं होने पर बार एसोशिएशन के लोग न्यायिक कार्य से विरत भी रहे हैं। इस दौरान अधिकारियों के आश्वासन पर न्यायालय चलाए गए।

लोग बोले ..

फोटो- 16सी

जखनियां तहसील में सैकड़ों गांव आते हैं। इसके हजारों ऐसे फौजदारी एवं राजस्व के मामले हैं जिनके लिए लोगों को सैदपुर एवं गाजीपुर न्यायालय जाना पड़ता है। स्थानीय तहसील में स्थापना होने से इसका लाभ काफी लोगों को मिलेगा। जनप्रतिनिधियों को इस मुद्दे को प्रमुखता से उठाना होगा।- -देवनारायण सिंह, जखनियां।

फोटो- 17सी

मुंसफ न्यायालय की स्थापना नहीं होने से लोगों को न्याय पाने के लिए काफी ईधर-उधर भटकना पड़ता है। जब तहसील बनी तो उसके बाद उम्मीद थी कि मुंसफ न्यायालय का भी निर्माण शीघ्र हो जाएगा लेकिन दो दशक बीतने के बाद भी अब तक यह नहीं हो सका। -मनीष कुमार सिंह, जखनियां।

फोटो-18सी

मुंसफ न्यायलय की स्थापना जनहित में है। इसके बनने से लोगों को न्याय पाने के लिए इधर-उधर भटकना नहीं पड़ेगा। इस बार चुनाव में स्थानीय लोग इसे बड़ा मुद्दा बनाने के मूड में दिख रहे हैं। लोगों की इस मांग को जनप्रतिनिधियों को गंभीरता से विचार करना होगा - राजकुमार पांडेय, जखनियां। फोटो-19सी

बार एसोसिएशन ने इस प्रमुख मांग को लेकर उच्च न्यायालय को अवगत कराया था। इसके निर्माण के लिए स्थालीय निरीक्षण भी हुआ लेकिन मामला जहां का तहां अटक गया। इस मामले को जनप्रतिनिधि भी गंभीरता से नहीें ले रहे हैं, जबकि इसके बनने से स्थानीय लोगों को काफी लाभ होगा। -शिवपूज चौहान, जखनियां।


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