पंचायती राज के ग्राम्योदय में राष्ट्र का भाग्योदय है
जासं खानपुर (गाजीपुर) पंचायती राज दिवस पर बभनौली गांव में शुक्रवार को बीडीसी दिव्यांग वीरेंद्र वनवासी व वीडीसी सुहावती देवी को अंगवस्त्र और पुष्प देकर सम्मानित किया गया। लोहिया वाहिनी वाराणसी जिलाध्यक्ष सुजीत पांडेय शमसेर ने कहा कि पंचायत की सामाजिक भूमिकाएं मूलत पंचायत के क्षेत्र में अवस्थित मानवीय पूंजी को संपोषित करते हुए उस क्षेत्र के सामजिक जीवन को स्वस्थ एवं स्वच्छ बनाने से संबंधित हैं। स्वच्छता स्वास्थ्य एवं पोषण शिक्षा और महिला एवं बाल कल्याण ये चार ऐसे क्षेत्र हैं
जासं, खानपुर (गाजीपुर): पंचायती राज दिवस पर बभनौली गांव में शुक्रवार को बीडीसी दिव्यांग वीरेंद्र वनवासी व वीडीसी सुहावती देवी को अंगवस्त्र और पुष्प देकर सम्मानित किया गया। लोहिया वाहिनी वाराणसी जिलाध्यक्ष सुजीत पांडेय शमसेर ने कहा कि पंचायत की सामाजिक भूमिकाएं मूलत: पंचायत के क्षेत्र में अवस्थित मानवीय पूंजी को संपोषित करते हुए उस क्षेत्र के सामजिक जीवन को स्वस्थ एवं स्वच्छ बनाने से संबंधित हैं। स्वच्छता, स्वास्थ्य एवं पोषण, शिक्षा और महिला एवं बाल कल्याण ये चार ऐसे क्षेत्र हैं जिनमें पंचायत को प्रभावी पहल करनी होती है। आज समाज के उपेक्षित दलित, पिछड़े वनवासी, अनपढ़ आदिवासी, अपंग लोग भी सत्ता का संचालन और जनप्रतिनिधित्व का कार्य पंचायती राज के कारण ही कर पाते हैं। दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र की ताकत भी यही है। देश के किसी भी साधारण से साधारण व्यक्ति को सत्ता के शीर्ष पर पहुंचने का मौका देता है। चतुष्कोणीय पंचायतें केंद्र और राज्य सरकारों की प्रतिनिधि के तौर पर जन जन तक पहुंचती है।