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श्रद्धाभाव से शिष्यों ने गुरु के चरणों में नवाया शीश

नगर समेत ग्रामीण अंचलों स्थित मठों व मंदिरों में गुरु पूर्णिमा महोत्सव शनिवार को वैश्विक महामारी को ध्यान रखते हुए मनाया गया।

By JagranEdited By: Published: Sat, 24 Jul 2021 07:17 PM (IST)Updated: Sat, 24 Jul 2021 09:41 PM (IST)
श्रद्धाभाव से शिष्यों ने गुरु के चरणों में नवाया शीश

जागरण संवाददाता, गाजीपुर : नगर समेत ग्रामीण अंचलों स्थित मठों व मंदिरों में गुरु पूर्णिमा महोत्सव शनिवार को वैश्विक महामारी को ध्यान रखते हुए मनाया गया। शिष्यों ने गुरु का चरण छूकर आशीर्वाद लिया। अखंड कीर्तन के पश्चात हवन-पूजन से माहौल भक्तिमय हो गया। देर शाम तक श्रद्धालुओं ने भंडारा में प्रसाद ग्रहण किया। गुरु के दर्शन से प्रसन्न होता है मन

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जखनियां : सिद्ध पीठ के हथियाराम मठ के महामंडलेश्वर स्वामी भवानीनंदन यति महाराज ने गुरु पूर्णिमा पर कहा कि गुरु अज्ञान रूपी अंधकार से ज्ञान रूपी प्रकाश की ओर ले जाते हैं, जिनके दर्शन मात्र से मन प्रसन्न होता है। ब्रह्मलीन गुरु व जूना अखाड़े के वरिष्ठ महामंडलेश्वर स्वामी बालकृष्ण यति महाराज के चित्र पर माल्यार्पण व आरती कर पूजन अर्चन किया।

खप्पर बाबा आश्रम पर शिष्यों ने पहुंचकर दर्शन-पूजन किया

मुहम्मदाबाद : बच्छलपुर स्थित खप्पर बाबा आश्रम पर शिष्यों ने पहुंचकर दर्शन-पूजन किया। आश्रम परिसर में सुबह से देर रात तक भंडारा चला। दिलसादपुर आश्रम पर भक्तों ने स्वामी विनोदानंद का दर्शन पूजन किया। नगर के नागा बाबा हनुमान मंदिर प्रांगण में गायत्री परिवार की ओर गुरुपूर्णिमा कार्यक्रम आयोजित किया गया। लौवाडीह : स्थानीय गांव स्थित ठाकुरद्वारे पर दोपहर में गुरु परमानंद गिरी का आगमन हुआ। शिष्यों ने उनका चरण स्पर्श किया। भांवरकोल में वीरपुर स्थित द्वारिकाधीश मंदिर पर श्रद्धालुओं ने पूजन-अर्चन कर आशीर्वाद लिया। दिलदारनगर : अघोर सेवा मंडल द्वारा संचालित गिरनार आश्रम पर आचार्य डा. चंद्र भूषण शुक्ला ने साधु ओम रामजी से बाबा शावक राम और तुकाराम बाबा के समाधि स्थल, काली मंदिर व पीठाधीश्वर अघोराचार्य बाबा सिद्धार्थ गौतम राम के आसन के पास विधि पूर्वक पूजन-अर्चन कराया। सैदपुर में मुड़ियार स्थित बाबा कीनाराम सिद्धपीठ पर शिष्यों ने महंत धर्मरक्षित राम का लिया। इधर नगर स्थित मां काली मंदिर पर पुजारी सूर्यकांत मिश्र ने शिष्यों को आशीर्वाद दिया। खानपुर के कुटी आश्रम मठ मंदिरों सहित गुरुधामों में शिष्यों ने गुरुओं की पूजा की। गोमती तट स्थित गौरी गांव के पर्णकुटी में वेदों के रचयिता महर्षि वेदव्यास की जयंती मनाई गई। परमात्मा की रूप होता है गुरु

देवकली : चकेरी धाम पर गुरु पूर्णिमा समारोह पर महंत त्रिवेणी दास ने कहा कि गुरु परमात्मा का रूप होता है जो जीव व परमात्मा के बीच सेतु का काम करते हैं। मलसा में राधा-माधव ट्रस्ट सब्बलपुर में आयोजित श्रीमद्भागवत महापुराण कथा महोत्सव में भागवताचार्य चंद्रेश महाराज ने गुरु की महिमा का बखान किया।


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