भोजपुरी गीत गाकर सुषमा ने महंगाई पर किया था प्रहार
जासं सैदपुर (गाजीपुर) पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के निधन से हर कोई मर्माहत है। देश की राजधानी दिल्ली हो या प्रदेश की राजधानी लखनऊ या फिर गाजीपुर जिले का हिस्सा सैदपुर। सैदपुर में भी सुषमा स्वराज के निधन से भाजपा नेताओं कार्यकर्ताओं के अलावा उन्हें जानने वाली आम जनता भी दुखी है। सुषमा स्वराज की यादें सैदपुर से भी जुड़ी हुई हैं। वह सैदपुर नगर स्थित डिग्री कालेज में जनसभा करने वाली थी लेकिन खराब मौसम के कारण उड़नखटोला नहीं उतर सका। दोबारा सैदपुर विधानसभा क्षेत्र का हिस्सा रहे राजवारी में पूर्व विदेशमंत्री ने विधानसभा के भाजपा प्रत्याशी रहे डा. महेंद्रनाथ पांडेय के जनसमर्थन में जनसभा की थी।
जासं, रेवतीपुर (गाजीपुर) : वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव में बलिया लोकसभा के प्रत्याशी भरत सिंह के समर्थन में सुषमा स्वराज ने रेवतीपुर में जनसभा की थीं। उन्होंने उस समय प्रचलित फिल्मी गीत, 'सखी सइयां तो खूबे कमात है, मंहगाई डायन खाय जात हय'.. गीत गाकर कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा था। इस पर रेवतीपुर के नेहरू विद्यापीठ इंटर कालेज में उपस्थित जनसमूह ने तालियां बजाकर उनका जोरदार स्वागत किया था।
2014 के लोकसभा चुनाव में जनपदवासियों को जब मालूम हुआ कि रेवतीपुर में प्रखर वक्ता सुषमा स्वराज आ रही हैं तो उनको सुनने के लिए जिले के कोने-कोने से लोग पहुंचे थे। उन्होंने अपने संबोधन में मंहगाई, भ्रष्टाचार, देश की सुरक्षा, महिला सुरक्षा पर जोरदार भाषण दिया। जिले के वीर सैनिकों को याद करते हुए धरती को नमन किया। उनके इस अंदाज को देखकर जनसभा में उपस्थित लोगों के गगनभेदी नारों से पूरा मैदान गूंज उठा। सुषमा स्वराज ने अपने संबोधन में कुल 10 मुद्दों पर कांग्रेस को जमकर घेरा था। इसी दौरान अमीर खान की फिल्म पिपली लाइव के प्रचलित गीत 'सखी सइयां तो खूबे कमात है, मंहगाई डायन खाय जात हय' गाकर महंगाई को रेखांकित किया था। सुषमा स्वराज के भाषण को जिसने भी सुना महीनों तक उसकी आपस में चर्चा करता रहा।
नहीं उतर पाया था सुषमा स्वराज का उड़नखटोला
फोटो-34सी।
सैदपुर : सुषमा स्वराज की यादें सैदपुर से भी जुड़ी हुई हैं। वह सैदपुर नगर स्थित डिग्री कालेज में जनसभा करने वाली थी लेकिन खराब मौसम के कारण उड़नखटोला नहीं उतर सका। दोबारा सैदपुर विधानसभा क्षेत्र का हिस्सा रहे राजवारी में पूर्व विदेशमंत्री ने विधानसभा के भाजपा प्रत्याशी रहे डा. महेंद्रनाथ पांडेय के जनसमर्थन में जनसभा की थी।
सुषमा स्वराज को बहुत से लोग अपना आदर्श मानते हैं। वर्तमान में केंद्रीय मंत्री डा. महेंद्रनाथ पांडेय के करीबी नवीन अग्रवाल भी सुषमा स्वराज को अपना आदर्श मानते हैं। उनके खराब तबीयत होने का पता चलते ही नवीन अग्रवाल दिल्ली रवाना हो गए। शाम को दिल्ली की मुख्यमंत्री रह चुकी सुषमा स्वराज की मौत का पता चला तो नवीन अग्रवाल की आंखों से आंसू निकलने लगे। वे श्रद्धांजलि सभा में पहुंचे और सुषमा स्वराज को श्रद्धांजलि अर्पित की। जागरण से फोन पर हुई वार्ता में उन्होंने बताया कि वर्ष 1996 में डा. महेंद्रनाथ पांडेय सैदपुर विधानसभा क्षेत्र से भाजपा प्रत्याशी थे। नगर स्थित डिग्री कालेज के मैदान में सुषमा स्वराज की जनसभा आयोजित थी। हर कोई उन्हें सुनने को आतुर था लेकिन अचानक मौसम खराब होने के कारण उनका उड़नखटोला नहीं उतर सका। समर्थक निराश होकर वापस चल गए। 2002 में डा. महेंद्रनाथ पांडेय पुन: सैदपुर विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करने के लिए चुनाव मैदान में थे। तब वाराणसी का राजवारी हवाई पट्टा सैदपुर विधानसभा का हिस्सा था। राजवारी हवाई पट्टा पर पूर्व विदेशमंत्री सुषमा स्वराज का कार्यक्रम आयोजित हुआ। उन्होंने कहा कि डा. पांडेय हमेशा सैदपुर को लेकर चितित रहते हैं। काशी से सटे इस क्षेत्र की तस्वीर वह बदलना चाहते हैं। राज्यसभा में मुझे पहुंचाने के लिए विधायक रहते हुए डा. महेंद्रनाथ पांडेय ने मुझे मत दिया था। आज वह कर्ज उतारने के लिए आपके बीच आईं हूं। सुषमा स्वराज का भाषण सुनकर जनता ने जमकर तालियां बजाईं।