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जल्द ही दो प्राइवेट वार्डों से सुसज्जित होगा जिला अस्पताल

जासं गाजीपुर जिला अस्पताल जल्द ही दो प्राइवेट वार्डों से सुज्जीत होगा। सांसद अफजाल अंसारी की पहल पर सीएमओ व सीएमएस ने इसकी कवायद शुरू कर दी है। इसके स्थापित होने से जनप्रतिनिधियों व वीआइपी को भर्ती कर उपचार के लिए दिक्क्त का सामना नहीं करना पड़ेगा।

By JagranEdited By: Published: Thu, 17 Oct 2019 10:07 PM (IST)Updated: Fri, 18 Oct 2019 06:19 AM (IST)
जल्द ही दो प्राइवेट वार्डों से सुसज्जित होगा जिला अस्पताल
जल्द ही दो प्राइवेट वार्डों से सुसज्जित होगा जिला अस्पताल

जासं, गाजीपुर : जिला अस्पताल जल्द ही यानी अक्टूबर माह के अंत तक दो प्राइवेट वार्डों से सुसज्जित होगा। सांसद अफजाल अंसारी की पहल पर सीएमओ व सीएमएस ने इसकी कवायद शुरू कर दी है। इसके स्थापित होने से जनप्रतिनिधियों व वीआइपी को भर्ती कर उपचार के लिए दिक्कत का सामना नहीं करना पड़ेगा। वहीं इलाज की भी बेहतर सुविधा अस्पताल प्रशासन की ओर से प्रदान की जा सकेगी।

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करीब डेढ़ वर्ष पूर्व पुराने अस्पताल को गोराबाजार स्थिति 200 बेड के अस्पताल में स्थानांतरित तो कर दिया गया, लेकिन जिले के वीआइपी व जनप्रतिनिधियों के बीमार पड़ने के बाद उन्हें भर्ती कर उपचार की कोई व्यवस्था नहीं की गई। इसके चलते बीमार पड़ने पर उपचार के लिए गैर जनपदों व निजी अस्पतालों का सहारा लेना पड़ता है। ऐसी स्थिति में छोटी सी भी बीमारी के लिए जिला अस्पताल रहते हुए परेशानी झेलनी पड़ती है। प्राइवेट वार्ड स्थापित होने से जहां बीमार पड़ने पर जनप्रतिनिधियों व वीआईपी मरीजों का सुगमता से इलाज हो सकेगा। वहीं चिकित्सकीय व्यवस्था भी बेहतर हो सकेगी।

वार्ड में भर्ती होने पर देना होगा शुल्क

प्राइवेट वार्ड में भर्ती होने पर मरीजों को शासन की ओर से निर्धारित शुल्क का भुगतान करना पड़ेगा। इसके लिए 475 रुपये निर्धारित है, जो जिला अस्पताल के लिए जमा हो जाएगा। इसके अलावा वार्ड में मरीज के साथ उनके परिजन के रहने की भी सुविधा होगी। साथ ही भर्ती मरीजों की देखभाल के लिए एएनएम, स्टाफ नर्स व स्वास्थ्य कर्मियों की भी तैनाती होगी। वहीं बेहतर उपचार की व्यवस्था भी मुहैया कराई जाएगी। ---

जिला अस्पताल में जनप्रतिनिधियों व वीआईपी के उपचार के लिए दो प्राइवेट वार्ड इस महीने के अंत तक स्थापित होंगे। इसके लिए शासन द्वारा निर्धारित शुल्क भर्ती मरीजों को भुगतान करना पड़ेगा। साथ ही इलाज की सभी सुविधाएं व देख-रेख के लिए स्वास्थ्य कर्मियों की भी तैनाती होगी।

- डा. जीसी मौर्या, सीएमओ।


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