खेत के दूसरे तल पर भी खेती की मिसाल
गाजीपुर : जिले के जागरूक किसानों ने एक खेत में एक साथ दूसरा तल बनाकर अन्य खेती कर दूसरे किसानों को एक नई राह दिखा दी है। अमौरा निवासी व राष्ट्रपति पुरस्कार प्राप्त किसान रंगबहादुर ¨सह इन दिनों अपने खेत में एलोवेरा और दूसरे तल पर जाल बना लौकी की खेती शुरू कर एक साथ दो मुनाफा कमा रहे हैं। वहीं क्षेत्र के अन्य किसान भी उनसे प्रेरणा ले रहे हैं।
जागरण संवाददाता, गाजीपुर : जिले के जागरूक किसानों ने एक खेत में एक साथ दूसरा तल बनाकर अन्य सब्जियों की खेती कर दूसरे किसानों को एक नई राह दिखायी है। अमौरा निवासी व राष्ट्रपति पुरस्कार प्राप्त किसान रंगबहादुर ¨सह इन दिनों अपने खेत में एलोवेरा और दूसरे तल पर जाल बना लौकी की खेती शुरू कर एक साथ दो मुनाफा कमा रहे हैं। क्षेत्र के अन्य किसान भी उनसे प्रेरणा ले रहे हैं।
जमानियां तहसील के अमौरा गांव के किसान हर्बल की दुनिया में अपना मुकाम बना चुके हैं। उन्होंने एलोवेरा, अश्वगंधा, शतावर, वच सहित तमाम हर्बल खेती कर जिले के अन्य किसानों को नई दिशा दी है। वे सिर्फ उनकी पैदावार ही नहीं करते बल्कि एलोवेरा जूस व अश्वगंधा, शतावर आदि से औषधि बनाकर लोगों को इसका लाभ पहुंचा रहे हैं। हालांकि जिले में हर्बल दवाओं का बाजार नहीं होने से इसका वाजिब लाभ उनको नहीं मिल पा रहा है, फिर भी इसके लिए उनका प्रयास जारी है। अब इसके साथ ही उन्होंने एक ही खेत से दो-दो फसलों का लाभ लेने का कार्य शुरू कर दिया है। इसका लाभ भी उनको खूब मिल रहा है। उन्होंने बताया कि एक खेत में दो-दो खेती करने से किसान अधिक मुनाफा कमा सकते हैं। अगर अन्य किसान भी इस तरह से खेती करें तो उन्हें भी दोगुना मुनाफा मिल सकता है।