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असत्य पर सत्य की जीत, श्रीराम ने किया रावण का वध

अंतत असत्य पर सत्य की विजय हुई। श्रीराम ने रावण का वध किया।

By JagranEdited By: Published: Sat, 16 Oct 2021 08:12 PM (IST)Updated: Sat, 16 Oct 2021 08:12 PM (IST)
असत्य पर सत्य की जीत, श्रीराम ने किया रावण का वध
असत्य पर सत्य की जीत, श्रीराम ने किया रावण का वध

जागरण संवाददाता, गाजीपुर : अंतत: असत्य पर सत्य की विजय हुई। श्रीराम ने रावण का वध किया। विजयदशमी का पर्व शुक्रवार को धूमधाम से मनाया गया। जय श्री राम और हर-हर महादेव के जयकारों से पूरा लंका क्षेत्र रावण दहन के साथ ही गूंज उठा। अति प्राचीन रामलीला कमेटी हरिशंकरी द्वारा हर वर्ष की तरत ऐतिहासिक लंका मैदान में विजयदशमी का त्योहार अश्विन मास के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को नियत समय पर रावण वध और रावण पुतला दहन के साथ संपन्न हुआ। इस पूरे कार्यक्रम का सजीव प्रसारण सोशल मीडिया और एलइडी स्क्रीन द्वारा किया गया।

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कमेटी के मंत्री ओमप्रकाश उर्फ बच्चा तिवारी ने बताया कि अति प्राचीन रामलीला कमेटी 'हरिशंकरी' की ओर से लंका मैदान का गेट बंद करके विजयादशमी का पर्व प्रतीकात्मक रूप से मनाया गया। इस अवसर पर कमेटी के संरक्षक, जिलाधिकारी मंगला प्रसाद सिंह, सह संरक्षक पुलिस अधीक्षक रामबदन सिंह, नगरपालिका चेयरमैन सरिता अग्रवाल, कमेटी के अध्यक्ष दीनानाथ गुप्त, मंत्री ओमप्रकाश उर्फ बच्चा तिवारी, मेला प्रबंधक वीरेश राम वर्मा, कोषाध्यक्ष रोहित अग्रवाल, उपमंत्री लव त्रिवेदी, संजीव सिंह बंटी के साथ कमेटी के गणमान्य सदस्य और जनपद के आलाधिकारी व कर्मचारी उपस्थित रहे। जलजमाव से मेले में कम रही भीड़

भांवरकोल : क्षेत्र के शेरपुर, तरांव, मनियां, अवथहीं, जोगामुसाहिब तथा गोड़उर आदि गांवों में मेले का आयोजन तो हुआ लेकिन मेला स्थलों पर जलजमाव व कीचड़ होने तथा कोविड-19 के मद्देनजर भीड़भाड़ कम रही।

मुहम्मदाबाद : नगर के रामचबूतरा मैदान में देर शाम राम रावण युद्ध की लीला का मंचन हुआ। रावण वध के पश्चात रामचंद्र जी ने रावण के पुतले का दहन किया। मेले में सीओ रवींद्रनाथ वर्मा, प्रभारी निरीक्षक अशोक कुमार मिश्र मय फोर्स सुरक्षा व्यवस्था में लगे रहे। बालापुर रामलीला मेला मैदान में जलजमाव के चलते इस वर्ष पंचायत भवन परिसर में रावण का पुतला दहन किया गया। मेला भी उसी के आसपास सीमित जगह पर लगाया गया है। शेरपुर में भी राम रावण युद्ध की लीला का मंचन हुआ।

रावण दहन नहीं होने से नाराजगी

जमानियां : क्षेत्र में दशहरा का पर्व शुक्रवार को हर्षोल्लास के साथ मनाया गया, लेकिन रामलीला का आयोजन व रावण का पुतला दहन नहीं किये जाने से इस वर्ष लोगों के भीड़ में काफी कमी देखने को मिली, जिसे लेकर क्षेत्रवासियों में रामलीला आयोजकों के प्रति काफी नाराजगी सामने आयी। मेला न लगने से हुई निराशा

सैदपुर : नगर के रामलीला मैदान में रामलीला समिति की तरफ से न तो मेले का आयोजन किया गया न ही रावण दहन हुआ। इसे लेकर लोगों में निराशा रही। शाम को मेला लगने की उम्मीद में आसपास के गांवों व नगर से भारी भीड़ पहुंची लेकिन रामलीला मैदान का गेट बंद होने के कारण रोड पर लगे दुकानों पर खरीदारी कर एवं दुर्गा पूजा पंडालों में घूमकर वापस चली गई। कोरोना से रावण का घटा कद तो मेघनाद व कुंभकर्ण हुए क्वारंटाइन

खानपुर : रामलीला समितियों ने विजयादशमी मेले का आयोजन संतुलित और सीमित करने के लिए इस वर्ष कुंभकरण और मेघनाद का पुतला बनाया ही नहीं गया। औड़िहार के रेलवे स्टेशन परिसर में चालीस से 50 फीट ऊंचा रावण का पुतले के साथ आयोजित दशहरा कार्यक्रम इस वर्ष स्थगित रहा। कई लोगों ने अपने घरों में मां भवानी का आह्वान कर शस्त्रपूजन भी किया। रामलीला के अंतिम दिन शनिवार को भरत मिलाप के आयोजन में रामलीला मंचों पर रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम कर रामलीला का समापन किया गया।दुल्लहपुर : क्षेत्र के 24 स्थानों पर पंडालों में मां दुर्गा की प्रतिमा स्थापित की गई। क्षेत्र में कई जगहों पर मेले का आयोजन भी हुआ। क्षेत्र के दुल्लहपुर बाजार, जलालाबाद, नायकडीह, धर्मागतपुर, बड़ागांव ,सिखड़ी, अमारी, रेवरिया, तिरछी सहित कई स्थानों पर दुर्गा पंडाल स्थापित किया गया।


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