खतरे से खाली नहीं रामपुर-सेमरा पीपापुल पर आवागमन
रेवतीपुर (गाजीपुर) : रामपुर-सेमरा पीपा पुल पर आवागमन करना मतलब खतरे को निमंत्रण देना है। पुल सहित रेत पर बिछाए गए लोहे के चद्दर जगह-जगह उखड़कर तीतर-बीतर हो गए हैं।
जासं, रेवतीपुर (गाजीपुर) : रामपुर-सेमरा पीपा पुल से आवागमन यानि खतरे को निमंत्रण देने जैसा है। वजह ओवरलो¨डग है। इससे पुल सहित रेत पर बिछाए गए लोहे के चद्दर उखड़कर तितर-बितर हो गए हैं। बावजूद इसके संबंधित महकमा इससे अभी तक अनभिज्ञ है। प्रशासन जल्द नहीं चेता तो किसी दिन बड़े हादसे से इनकार नहीं किया जा सकता।
गंगा पर बने वीर अब्दुल हमीद सेतु में खराबी आने के कारण कामर्शियल वाहनों के आवागमन को प्रतिबंधित कर दिया गया है। ऐसे में ज्यादातर वाहन रेवतीपुर होते हुए रामपुर-सेमरा पीपापुल से गंगा पार कर रहे हैं। अधिकारियों के अनुसार इस पुल की क्षमता तीन टन है, जबकि करीब पांच टन से अधिक भार वाले वाहनों का धड़ल्ले से आवागमन हो रहा है। इससे पुल ही नहीं रेत पर बिछाए गए लोहे के चद्दर तितर-बितर हो गए हैं। इससे वाहन रेत में फंस जा रहे हैं। कहीं-कहीं तो चद्दर इस कदर मुड़ गया है कि वहां ठोकर जैसा हो गया है। इतना ही नहीं पुल का चद्दर भी मुड़कर टेढ़ा हो गया है। कभी भी कोई इस पर अनियंत्रित होकर हादसाग्रस्त हो सकता है। स्थानीय लोगों ने इस ओर जिम्मेदारों का ध्यान आकृष्ट कराते हुए ओवरलोड वाहन पर जल्द रोक लगाने की मांग की है। --- गाड़ियों का आवागमन अचानक बढ़ जाने से परेशानी आई है। विभाग के अधिकारी व कर्मचारी इस पर निगाह बनाए हुए हैं। ओवरलोड वाहनों पर रोक लगाने के साथ ही जल्द ही समस्या को दूर कर दिया जाएगा।
- महेंद्र मौर्या, जेई पीडब्लूडी