पंप आपरेटर संभाल रहा सहायक लिपिक का काम
-वरिष्ठ लिपिक के सेवानिवृत के बाद खाली पड़ी है कुर्सी -अधिशासी अधिकारी के कार्यालय में बैठने का नहीं है दिन निश्चित फोटो 4सी
जागरण संवाददाता, बहादुरगंज (गाजीपुर) : नाम बड़े और दर्शन छोटे, यह कहावत बिल्कुल सटीक बैठ रही है स्थानीय नगर पंचायत पर। कहने को तो आदर्श नगर पंचायत है लेकिन व्यवस्था को देखकर सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है। कर्मचारियों की कमी के कारण ठेका कर्मचारी से कार्यालय का जरूरी काम लिया जाता है। जिसपर सवाल उठना लाजमी है। मजे की बात यह है कि कार्यालय में अधिशासी अधिकारी के उपस्थिति का दिन और समय कर्मचारियों को ही ठीक से पता नही रहता। ऐसे में तो फरियादियों के भगवान ही मालिक हैं। नगर पंचायत प्रशासन की कार्य शैली दाद में खाज काम कर रही है। वरिष्ठ लिपिक कुंवर दयानंद के सेवनिवृत्त के पश्चात काम का बोझ बढ़ गया। जिसको देखते हुए नगर पंचायत प्रशासन द्वारा ठेका कर्मचारी पम्प आपरेटर केशव राम से सहायक लिपिक के तौर पर काम लिया जा रहा है। कार्यालय में अधिशासी अधिकारी के उपस्थित रहने का दिन निश्चित न होने से फरियादियों को मुसीबत झेलनी पड़ती है। इसको लेकर नगर पंचायत अध्यक्ष निकहत परवीन का कहना है कि अधिशासी अधिकारी के कार्यालय में बैठने का दिन निश्चित नही है।फरियादियों के साथ-साथ विकास का कार्य बाधित हो रहा है। जरूरी सामान का भुगतान कई माह से नही हुआ है। राजवित्त सहित किसी मद से विकास कार्य नही हो पा रहा है। लगभग पंद्रह माह पूर्व कार्यभार संभाला था और बोर्ड की बैठक सुनिश्चित करने के बाद अनुपस्थित रहते है। कुंवर दयानंद के सेवनिवृत्त के पश्चात काम का बोझ बढ़ गया जिसको देखते हुए अतिरिक्त कर्मचारी से काम लिया जा रहा है।