शोषण के विरोध में रसोइयों का धरना-प्रदर्शन
जासं रेवतीपुर (गाजीपुर) स्थानीय ब्लाक संसाधन केंद्र पर शोषण के विरोध में रसोइयों ने सोमवार को धरना-प्रदर्शन किया। मांगों की अनदेखी के विरोध में नारेबाजी कर आक्रोश जताया। चेताया कि समस्याओं का समाधान न होने पर उग्र आंदोलन किया जाएगा। हक के लिए अंतिम दम तक संघर्ष करने का एलान किया।
जासं, रेवतीपुर (गाजीपुर) : स्थानीय ब्लाक संसाधन केंद्र पर शोषण के विरोध में रसोइयों ने सोमवार को धरना-प्रदर्शन किया। मांगों की अनदेखी के विरोध में नारेबाजी कर आक्रोश जताया। चेताया कि समस्याओं का समाधान न होने पर उग्र आंदोलन किया जाएगा। हक के लिए अंतिम दम तक संघर्ष करने का एलान किया।
वक्ताओं ने कहा कि रसोइयों को हटाने की साजिश हो रही है। ऐसा कतई नहीं होने दिया जाएगा। हम लोगों को सेवा देते लगभग 10 वर्ष से अधिक हो गया है। पहले 25 बच्चों पर एक रसोइया रखी जाती थी। अब सरकार मनमानी कर रही है। 100 बच्चों पर एक रसोइया रखने का नियम सरासर गलत है। अब तक पांच महीने का मानदेय नहीं मिला है। सरकार द्वारा एक और नियम इसमें लागू किया गया है। कहा गया है कि रसोइया वहीं रह सकती हैं जिसके बच्चे इसमें पढ़ेंगे। कई रसोइयां विधवा हैं। ऐसे में वह कहां से बच्चे लाएंगीं। रसोइयों की अनिवार्यता एवं हर साल चयन प्रक्रिया समाप्त किया जाए। शासन द्वारा संचालित उज्ज्वला योजना के तहत प्रत्येक विद्यालयों में गैस चूल्हा एवं आधुनिक उपकरण उपलब्ध कराया जाए। मई के 20 दिन के कार्य का मानदेय तत्काल लागू किया जाए। रसोइयों पर हो रही मनमानी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। हम लोगों का मानदेय भुगतान सीधे खाता में हर महीने के पहले सप्ताह में शासनादेश के अनुसार भेजा जाए। प्रदर्शन करने वालों में जिलाध्यक्ष शंभू राय, नारायण सिंह, रमाशंकर कुशवाहा, सुनैना देवी, लीलावती देवी, विभा शर्मा, हीरावती, कैलासिया देवी आदि थीं।