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मकर संक्रांति आज, गंगा में लगेगी आस्था की डुबकी

गाजीपुर नगर सहित ग्रामीण क्षेत्रों में मंगलवार को मकर संक्रांति पर्व को लेकर दुकानों पर ग्राहकों की भीड़ रही। बुधवार को होने वाले पर्व को लेकर तैयारियां पूरी हो चुकी है। लोग दुकानों पर चूड़ा लाई गुड़ उससे बने दाल पट्टी तिलकूट तिलवा आदि की खरीदारी करने में लगे हैं।

By JagranEdited By: Published: Tue, 14 Jan 2020 09:47 PM (IST)Updated: Tue, 14 Jan 2020 09:47 PM (IST)
मकर संक्रांति आज, गंगा में लगेगी आस्था की डुबकी
मकर संक्रांति आज, गंगा में लगेगी आस्था की डुबकी

जागरण संवाददाता, गाजीपुर : नगर सहित ग्रामीण क्षेत्रों में मंगलवार को मकर संक्रांति पर्व को लेकर दुकानों पर ग्राहकों की जमकर भीड़ रही। बुधवार को होने वाले पर्व को लेकर तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। लोग दुकानों पर चूड़ा, लाई, गुड़ उससे बने दाल पट्टी, तिलकूट, तिलवा आदि की खरीदारी में देर रात तक लगे रहे। वहीं कुछ ग्रामीण क्षेत्रों में मंगलवार को भी मकर संक्रांति का पर्व मनाया गया।

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मकर संक्रांति को लेकर बाजार में खरीदारी तेज रही। अंतिम दिन होने के कारण दुकानों पर लोगों की भीड़ लगी रही। नगर के मिश्रबाजार, लंका, स्टेशन रोड, लालदरवाजा, नवाबगंज आदि मोहल्लों में लोग खरीदारी करते रहे। वहीं स्नान को लेकर ददरीघाट, पोस्ता घाट एवं चीतनाथ घाट की साफ सफाई की जा चुकी है। साथ ही वहां अलाव की व्यवस्था भी की गई है। मकर संक्रांति के पर्व पर विभिन्न गंगा घाटों पर स्नानार्थियों की भीड़ उमड़ेगी। श्रद्धालु स्नान कर पूजन -अर्चन व दान करेंगे।

बारा : पर्व को उल्लासपूर्वक मनाने को लेकर बाजार में आसपास गांव के लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी है। लोगों ने लाई, चूड़ा, गुड़ से लेकर अन्य सामग्री की सजी स्थाई व अस्थाई दुकान पर पहुंच कर जमकर खरीदारी की। इससे बाजार गुलजार हो उठा है। ---

उत्साह से मनाया गया पर्व

सैदपुर: ग्रामीण अंचलों में मकर संक्रांति का पर्व धूमधाम से मनाया गया। लोगों ने लाई-चूड़ा, तिलकुट, गजक के साथ ही खिचड़ी का सेवन किया। बच्चे हवा न होने से पतंग को लेकर निराश दिखे। सुबह गंगा स्नान करने वालों की नगर स्थित बूढ़ेनाथ महादेव घाट, पक्का घाट, संगत घाट, महावीर घाट, रंगमहल घाट पर काफी भीड़ रही। ---

खिचड़ी पहुंचाने में लगे रहे लोग

मुहम्मदाबाद : मकर संक्रांति में लोग अपने बहन बेटियों आदि के यहां खिचड़ी पहुंचाने में लगे हैं। खिचड़ी पहुंचाने के लिए इस समय सड़क पर बाइक व साइकिल तो कोई सिर पर ही झोला, बोरी आदि रखकर आते जाते दिख जा रहे हैं। मकर संक्रांति के मौके पर लोग घरों में लाई व गुड़ आदि से मिश्रित ढूड़ा, चावल, साड़ी, कपड़ा अपने क्षमता के अनुसार पहुंचाते हैं। बहन बेटियों के यहां खिचड़ी पहुंचाने में अब लोग पूरी तरह से बाजार पर ही आश्रित हो गए हैं। अब लोग आधुनिकता के चक्कर में बाजार से ही गुरलाई व तिलकूट व गुड़,चीनी से बने सामानों को खरीद कर खिचड़ी पहुंचा रहे हैं। ---

पतंग की दुकानों पर रही भीड़ भाड़

मुहम्मदाबाद : मकर संक्रांति के दिन अब शहरों की तरह ग्रामीण इलाकों में भी पतंगबाजी का शौक हो गया है। पतंगबाजी के लिए यूसुफपुर बाजार में दुकानों पर युवक व बच्चे पतंग व मांझे की खरीदारी करते दिखे। चाइनिज मांझे का प्रयोग प्रतिबंधित होने के बावजूद बाजार में प्लास्टिक के बने पतंग के साथ ही चाइनिज माझा की भी बिक्री हो रही है।

बारा : पर्व की तैयारी के बीच युवाओं व बच्चों में पतंगबाजी के प्रति उत्साह देखा जा रहा है। इसको लेकर दुकानों पर बच्चे व युवा जगह - जगह सजी दुकानों पर पतंग खरीदते देखे जा रहे हैं। पतंगबाजी सिर्फ ठंड के मौसम की शुरूआत के साथ शुरू होती है और मकर संक्रांति के बाद खत्म हो जाती है। इस समय पूरे क्षेत्र में पतंग उड़ाने का सिलसिला चल रहा है। घरों की छतों से लगायत मैदान में भी युवा व बच्चे पतंगबाजी करते देखे जा रहे हैं। सब्जी रही महंगी

मुहम्मदाबाद : मकर संक्रांति के दिन सुबह स्नान पूजन के उपरांत दान का महत्व है। वहीं शाम को लोग खिचड़ी व सब्जी बनाकर उसका सेवन करते हैं। सब्जी में गोभी टमाटर व मटर की विशेष मांग होने से बाजार में गोभी प्रति पीस 40 से 50 रुपये, टमाटर 25 रुपए प्रति किलोग्राम तो हरी मटर 45 से 50 रुपये प्रति किलोग्राम बिका। ---

सुबह सवा सात बजे से पुण्य काल प्रारंभ

मुहम्मदाबाद : आचार्य पंडित अभिषेक तिवारी ने बताया कि मकर संक्रांति का पुण्य काल सुबह सात बजकर 54 मिनट से प्रारंभ होकर शाम पांच बजकर 46 मिनट तक है। महापुण्य काल सुबह सात बजकर 15 मिनट से नौ बजे तक है। बताया कि मकर संक्रांति महा पुण्य काल व पुण्य काल में ही मनाई जाती है। 15 जनवरी से पंचक, खरमास और अशुभ समय समाप्त हो जाएगा। विवाह, गृह प्रवेश आदि शुभ कार्य शुरू हो जाएगा।

बिक रहा चाइनीज मांझा

बारा : रोक के बाद भी बाजार में चाइनीज मांझे की धड़ल्ले से बिक्री हो रही है जो आमजन के लिए जानलेवा साबित हो रहा है। आए दिन इसके चलते हादसे हो रहे हैं। बावजूद इसके प्रशासन रोकथाम को लेकर गंभीर नहीं हो रहा है। सामान्य मांझे की अपेक्षा चाइनीज मांझा सस्ता होता है। काटने की तेज क्षमता के कारण पतंगबाज चाइनीज मांझे को अधिक पसंद करते हैं। इसकी डिमांड भी बनी रहती है। रेटचार्ट

सामग्री दाम गुड़ 40

गुरलाई 60

बादाम पट्टी 120

तिलकूट 120


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