शव हाइवे जाम करने वाले 30 लोगों की हुई पहचान, तलाश शुरू
-26 सितंबर को सिपाही आशुतोष के शव को रखकर दो घंटे किया था हाइवे जाम आवागमन हुआ थ
-26 सितंबर को सिपाही आशुतोष के शव को रखकर दो घंटे किया था हाइवे जाम
आवागमन हुआ था बाधित, वीडियो रिकार्डिग के आधार पर की जा रही है पहचान
जागरण संवाददाता, खानपुर (गाजीपुर) : थाना क्षेत्र के खरौना गांव निवासी सिपाही आशुतोष का शव रखकर हाइवे जाम करने वाले युवाओं में इस समय भय का माहौल बना हुआ है। इस मामले में 10 नामजद सहित 35 अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था। इसमें 30 लोगों की पहचान कर पुलिस ने उनकी तलाश तेज कर दी है।
प्रतापगढ़ जिले के लालगंज कोतवाली में गोली लगने से सिपाही आशुतोष क मौत की सीबीआई जांच की मांग को लेकर परिजनों सहित क्षेत्रीय लोगों ने बीते 26 सितंबर को दो घंटे तक हाइवे को जाम कर रखा था। उस दौरान वाराणसी-गाजीपुर सड़क मार्ग पर एंबुलेंस सहित सैकड़ों गाड़ियां फंस गई थीं। सिधौना चौकी इंचार्ज योगेंद्र सिंह ने बताया कि हाइवे जाम करना, एंबुलेंस रोकना, कोविड महामारी में भीड़ जुटाना आदि कई संगीन धाराओं में मुकदमा दर्ज कर वीडियो रिकार्डिंग के आधार पर धरने में शामिल सभी लोगों की पहचान की जा रही है। अब तक पुलिस ने करीब 30 लोगों की पहचान सुनिश्चित कर ली है। अन्य लोगों की भी जल्द चिन्हित कर लिया जाएगा। इससे खरौना के आसपास गांवों के दर्जनों युवा और अन्य लोग जो उस भीड़ के तमाशबीन रहे उनकी धुकधुकी बढ़ गई है। गोपालपुर, सिधौना, हथौड़ा, रामपुर, कुसही, अमेहता, नुरूद्दीनपुर, इशोपुर आदि गांवों में पुलिस के लगातार दबिश की वजह से कई युवक और छुटभैये नेता घर छोड़कर फरार हैं।