माता-पिता ने ही बेरहमी से किया था बेटे का कत्ल
गाजीपुर: कोख में नौ महीने पालने के बाद बेटे को जन्म देने वाली मां व अंगुली पकड़कर चलाना सिखाने वाले पिता अपने ही बेटे का कत्ल कर देंगे, यह किसी ने सपने में भी नहीं सोचा था। जब मां-पिता का असली चेहरा सामने आया तो हर कोई दंग रह गया। आरोपित मां-पिता बेटे की प्रताड़ना से इतना आजिज आ गई की अपने हाथों से ही कत्ल कर दिया। मामला बिरनो थाना क्षेत्र के पलिया गांव का है। पुलिस माता-पिता को डाड़ी मोड़ से गुरुवार की सुबह गिरफ्तार कर पूछताछ की तो वे अपना जुर्म कबूल लिए। दोनों आरोपितों को अपर पुलिस अधीक्षक ग्रामीण चंद्रप्रकाश शुक्ला मीडिया के सामने पेश किए, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया।
जागरण संवाददाता, गाजीपुर : कोख में नौ महीने पालने वाली मां व अंगुली पकड़कर चलाना सिखाने वाले पिता ने ही अपने कलेजे के टुकड़े का कत्ल किया था। जब माता-पिता का यह असली चेहरा सामने आया तो हर कोई दंग रह गया। मामला बिरनो थाना क्षेत्र के पलिया गांव का है। पुलिस ने दोनों को डाड़ी मोड़ से गुरुवार की सुबह गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में दोनों ने जुर्म कबूल किया और बताया कि बेटे की प्रताड़ना से आजिज आकर दोनों ने यह कदम उठाया। दोनों आरोपितों को अपर पुलिस अधीक्षक ग्रामीण चंद्रप्रकाश शुक्ला ने मीडिया के सामने पेश किया जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया।
विदित हो कि पलिया गांव निवासी युवक राजेश राय की छह नवंबर को हत्या कर दी गई थी। उसका शव गांव से कुछ दूरी पर बरामद हुआ तो पुलिस के होश उड़ गए। शुरू में कुछ साक्ष्य नहीं मिलने से पुलिस के हाथ रुके रहे। बाद में जांच में साक्ष्य मिले तो पुलिस ने पिता उपेंद्र राय व माता आशा देवी की तलाश शुरू कर दी। श्री शुक्ला के मुताबिक गुरुवार की सुबह मुखबीर से सूचना मिली कि राजेश हत्याकांड के आरोपित उसके माता-पिता डाड़ी मोड़ के पास मौजूद हैं। वे कहीं भागने की फिराक में वाहन का इंतजार कर रहे हैं। सूचना की पुष्टि के बाद थानाध्यक्ष धर्मवीर ¨सह मौके पर पहुंचे और दोनों को पकड़कर थाने लाए। पूछताछ की गई तो बताया कि बेटा अक्सर शराब पीकर घर आता था और मारपीट करता था। कुछ जमीन वे बेचने की तैयारी कर रहा था। रोज-रोक की किचकिच से आजिज आकर घर में ही रस्सी से गला दबाकर मारने का प्रयास किया गया। वह नहीं मरा तो चाकू से शरीर पर कई वार करने के बाद सिर पर ईंट से प्रहार कर मौत के घाट उतार दिया गया। इसके बाद रात के पहर शव को अपने सहयोगियों की मदद से गांव के बाहर सड़क किनारे फेंक दिया गया। हालांकि पुलिस आरोपित राजेश के माता-पिता के सहयोगियों का नाम अभी उजागर नहीं कर रही है।