बेसहारा पशुओं को आश्रय स्थल में रखने को लेकर अधिकारी उदासीन
जासं गाजीपुर शासन की ओर से बेसहारा पशुओं को रखने के लिए बनाए गए गोवंश आश्रय स्थल बेकार साबित हो रहे हैं। सार्वजनिक स्थल सब्जी मंडी के अलावा मुख्य सड़कों पर ही पशु अड्डा बना लिए हैं। इसके चलते प्रतिदिन हादसे हो रहे हैं। किसान दिन-रात फसलों को बचाने के लिए खेतों की निगरानी कर रहे हैं। सड़क पर घूम रहे पशुओं को आश्रय स्थल में ले जाने में लापरवाही हो रही है। इसे लेकर प्रशासनिक अधिकारी भी उदासीन हैं। जिले की जनता में इसे लेकर आक्रोश पनप रहा है। किसानों ने सड़क पर उतरने की चेतावनी दी है।
जासं, गाजीपुर : शासन की ओर से बेसहारा पशुओं को रखने के लिए बनाए गए गोवंश आश्रय स्थल बेकार साबित हो रहे हैं। सार्वजनिक स्थल, सब्जी मंडी के अलावा मुख्य सड़कों पर ही पशुओं ने अपना अड्डा बना लिया है। इसके चलते प्रतिदिन हादसे हो रहे हैं। किसान दिन-रात फसलों को बचाने के लिए खेतों की निगरानी कर रहे हैं। सड़क पर घूम रहे पशुओं को आश्रय स्थल में ले जाने में लापरवाही हो रही है। इसे लेकर प्रशासनिक अधिकारी भी उदासीन हैं। जिले की जनता में इसे लेकर आक्रोश पनप रहा है। किसानों ने सड़क पर उतरने की चेतावनी दी है।
मुहम्मदाबाद : आश्रय स्थल के बजाए पशु तहसील परिसर स्थित राजस्व हवालात में डेरा जमाए हैं। गोबर आदि गंदगी से परिसर खराब हो रहा है। बेसहारा पशुओं से होने वाले नुकसान को देखते हुए योगी सरकार ने ग्रामीण इलाके के साथ ही नगर पालिका क्षेत्र में गोवंश आश्रय स्थल का अस्थाई निर्माण कराकर पशुओं को उसमें रखने व उनके खानपान की व्यवस्था करने का आदेश जारी किया। सरकार के मुख्य एजेंडा में शामिल इस योजना के क्रियान्वयन को लेकर शुरू में अधिकारी काफी सक्रिय दिखे। इसके तहत नगर स्थित जलकल परिसर में पालिका की ओर से अस्थाई आश्रय स्थल बनाया गया। इसके अलावा तहसील क्षेत्र के सबसे बड़ा गोवंश आश्रय स्थल का निर्माण करोड़ों रुपए खर्च कर तैयार किया जा रहा है। वैसे कष्टहरणी भवानी मंदिर से आगे शीतगृह में अस्थाई आश्रय स्थल बनाया गया है। सब कुछ होने के बाद भी पशुओं के सड़कों व सार्वजनिक स्थलों पर जमा होने से हादसे हो रहे हैं। बहरियाबाद : स्थानीय कस्बा सहित क्षेत्र में बेसहारा पशुओं के आतंक से किसानों के साथ ही आम जनता परेशान है। सड़कों पर आवागमन करना जोखिम भरा हो गया है। किसान फसल बचाने के लिए दिन रात खेतों की निगरानी कर रहे हैं। बावजूद फसल बर्बाद होने से नहीं बचा पा रहे हैं। क्षेत्र के चकफरीद निवासी सुदामा राम, पलटन आदि दर्जनों किसानों का कहना है कि फसल बर्बाद हो रहा है। बहरियाबाद, रायपुर, हुरमुजपुर, मिर्जापुर आदि बाजारों सहित पूरे मार्गों पर दिन रात दर्जनों पशु सड़कों पर अड्डा जमाए हुए हैं। वाहनों से आवागमन करना खतरनाक हो गया है। नादेपुर निवासी दूधनाथ चौहान व स्थानीय कस्बा निवासी संदीप गौड सहित कई लोग बाइक, साइकिल इत्यादि से आवागमन करते इन आवारा पशुओं की चपेट में आकर घायल हो चुके हैं।