Move to Jagran APP

एमआरआई की गड़बड़ी, नहीं बन पा रहा बिल

गाजीपुर एमआरआई की गड़बड़ी के चलते दस किलोवाट या उससे ऊपर के उपभोक्ताओं का बिल नहीं बन पा रहा है। दरअसल दस किलावोट के उपभोक्ताओं का बिल बनाने के लिए एमआरआई (मीटर रीडिग इंस्ट्रूमेंट) का इस्तेमाल करना पड़ता है।

By JagranEdited By: Published: Wed, 12 Feb 2020 05:07 PM (IST)Updated: Wed, 12 Feb 2020 05:07 PM (IST)
एमआरआई की गड़बड़ी, नहीं बन पा रहा बिल
एमआरआई की गड़बड़ी, नहीं बन पा रहा बिल

जासं, गाजीपुर : एमआरआई की गड़बड़ी के चलते दस किलोवाट या उससे ऊपर के उपभोक्ताओं का बिल नहीं बन पा रहा है। दरअसल दस किलावोट के उपभोक्ताओं का बिल बनाने के लिए एमआरआई (मीटर रीडिग इंस्ट्रूमेंट) का इस्तेमाल करना पड़ता है। एमआरआई उपकरण से मीटर की रीडिग लेकर बिल बनाई जाती है लेकिन रीडिग नहीं लेने के कारण बिल नहीं बन पा रही है। इसके कारण उपभोक्ताओं को कार्यालय के चक्कर लगाने पड़ रहे हैं। बार-बार शिकायत के बावजूद अधिकारी इसे गंभीरता से नहीं ले रहे हैं।

loksabha election banner

नगर में करीब दस किलोवाट व उससे ऊपर के उपभोक्ताओं की संख्या एक हजार के करीब है। उनका बिजली का बिल एमआरआई मशीन के जरिए बनाया जाता है। बिल बनाने के लिए नगर में आठ मीटर रीडरों की तैनाती है जो केवल दस किलोवाट व उससे ऊपर का बिल बनाते हैं। वे अपनी एमआरआई मशीन के जरिए मीटर रीडिग की कापी कर उसे विद्युत कार्यालय के कंप्यूटर में अपलोड कर देते हैं। डाटा कंप्यूटर में आते ही बिल निकाल दिया जाता है लेकिन बीते एक माह से उनका बिल नहीं बनने के कारण उपभोक्ताओं को काफी समस्या हो रही है। पूरा मामला पुरानी कंपनी के कार्यकाल समाप्त होने के साथ ही साफ्टवेयर में आई गड़बड़ी का है लेकिन विभागीय अधिकारी इसे मानने को तैयार नहीं हैं। ---

18 फरवरी तक बन जाएंगे सभी बिल

अधिशासी अभियंता मीटर चंद्रपाल सिंह ने बताया कि बिल बनाने में कहीं कोई समस्या नहीं है। दरअसल पुरानी कंपनी का कार्यकाल 31 जनवरी को समाप्त हो गया है। पहली फरवरी से दूसरी कंपनी ने कार्यभार संभाला है। उनको जल्द से जल्द बिल बनाने के निर्देश दिए जा चुके हैं। बताया कि 18 फरवरी तक सभी बकाया बिल बनवा दिए जाएंगे।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.