अबकी तो पक्की है मोदी की सरकार
सिटी रेलवे स्टेशन दोपहर समय 12 बजे। प्लेटफार्म पर यात्रियों की भीड़। सभी 55131 छपरा-वाराणसी सिटी पैसेंजर ट्रेन के इंतजार में बैठे थे। ट्रेन आधा घंटा लेट थी।
- गाजीपुर से औड़िहार
जिले में अंतिम चरण में मतदान होगा लेकिन चर्चा और बहस का दौर अभी से शुरू हो गया है। चट्टी-चौराहे, बस व ट्रेन सभी जगह लोग सिर्फ चुनावी बहस ही कर रहे हैं। अभी से सरकार बननी और बिगड़ी शुरू हो गई है। कौन किसकी सरकार बना रहा है और कौन बिगाड़ रहा है। यह जानने के लिए छपरा-वाराणसी पैसेंजर ट्रेन में यात्रियों के बीच चुनावी चर्चा में शामिल हुए गाजीपुर जिला प्रभारी सर्वेश मिश्र की रिपोर्ट। - सिटी रेलवे स्टेशन दोपहर समय 12 बजे। प्लेटफार्म पर यात्रियों की भीड़। सभी 55131 छपरा-वाराणसी सिटी पैसेंजर ट्रेन के इंतजार में बैठे थे। ट्रेन आधा घंटा लेट थी। तेज धूप के कारण बाहर के बजाय यात्री प्रतीक्षालय में काफी भीड़ थी। वहां एक जगह पांच की संख्या में युवा एक गोलाई आकार लिए बैठकर मोबाइल देखने में पूरी तरह तल्लीन थे। नजदीक पहुंचने पर पता चला कि सभी आनलाइन टीवी पर बीजेपी का घोषणा पत्र देख रहे थे। पूछने पर एक युवक ने कहा, घोषणा पत्र नहीं संकल्प पत्र है मोदी जी का। अभी और कुछ कहने से पहले एक युवक बोल पड़ा भाई आइए आप भी बैठकर देख लीजिए क्या खास है। तबतक एक ने बोला भाई इस बार भी मोदी सरकार पक्की है। इसी दौरान ट्रेन के आने की सूचना प्रसारित होने लगी। 12:42 पर ट्रेन आई जो पहले से ही खचाखच भरी थी। दो मिनट का स्टापेज होने के कारण सभी यात्री तत्परता से चढ़ने लगे। मैं भी धक्का-मुक्की करते हुए ट्रेन में सवार हो गया। ट्रेन में एक सीट पर बैठे लोगों और वहां खड़े लोगों के बीच भी भाजपा के संकल्प पत्र पर ही चर्चा चल रही थी। मौका अच्छा देख मैं भी एक युवक को थोड़ा खिसकने को बोला और बैठ गया। चूंकि चुनावी चर्चा पहले से ही हो रही थी सो मैने भी सवाल दाग दिया कि भाई लोग आखिर चल क्या रहा है। अबकी चुनाव का माहौल क्या होगा कमल खिलेगा या महागठबंधन का जलवा रहेगा। अपने यहां यूपी में सपा-बसपा गठबंधन कितना भारी पड़ेगा? शहबाजकुली निवासी सुनील यादव जो आरपीएफ जवान हैं और छुट्टी के बाद वाराणसी ड्यूटी पर जा रहे थे। बोले, बनारस में तो लोग सिर्फ मोदी-मोदी का ही रट लगा रहे हैं। यहां भी एक दिन शहर में आया तो लोग मनोज सिन्हा के विकास के तराने गा रहे हैं। हालांकि गांव के लोगों का गठबंधन की तरफ झुकाव लग रहा है लेकिन सपा के इस गढ़ में उसके न होने की कसक भी दिख रही है। तब तक गाजीपुर रिश्तेदारी से अपने घर जौनपुर जा रहे अरुण वर्मा बोले, तब क्या मनोज सिन्हा ने तो बहुत काम किया है ऐसी चर्चा हमारे रिश्तेदारी में हो रही थी। वह लोग तो मनोज सिन्हा से ज्यादा प्रभावित हैं। इसी बीच सैदपुर के वसीम अहमद बोल पड़े कि सपा-बसपा के गठबंधन के वोट को देख लीजिए सारा अंतर समझ में आ जाएगा। मनोज सिन्हा कितना वोट काटेंगे गठबंधन का। वाराणसी जा रहे पतार निवासी राकेश यादव और संजय कुमार यादव का कहना था कि बलिया लोकसभा में तो गठबंधन का काफी दबदबा दिख रहा है, लेकिन प्रत्याशी के नाम को लेकर अभी लोग असमंजस में हैं। इसी दरम्यान खिड़की से देखा तो ट्रेन नंदगंज पहुंच गई। मैं भी दूसरी बोगी में जा पहुंचा। यहां तो पूरी बोगी में ही लोग सरकार बना और बिगाड़ रहे थे। एक जगह काफी तेज आवाज में चर्चा चल रही थी। वहां पहुंचा, बैठने को जगह नहीं मिली, लेकिन खड़ा होकर चर्चा सुनने लगा। यहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के बारे में चर्चा चल रही थी। टापिक को चेंज करने के लिए मैं पूछा गाजीपुर में क्या माहौल है। तभी वाराणसी किसी काम से जा रहे रजदेपुर निवासी दिनदयाल गुप्ता बोले, बनारस प्रधानमंत्री तो गाजीपुर मनोज सिन्हा के कार्यों को देखकर बम बम बोल रहा है। इस बार भी उनकी जीत पक्की है। इनके हां में हां मिलाते हुए विश्रामपुर निवासी अंजुमन यादव ने कहा कि एकदम सही कह रहे हैं। इन्होंने एक-एक कर मनोज सिन्हा के कार्यों को गिनाते हुए उनकी तारीफ में पुल बांध दिया। यह औड़िहार जा रहे थे। कहा कि भाई ट्रेन के मामले में तो गाजीपुर के लोग सुखिया हो गए हैं। दूसरा सवाल करने पर अंजुमन को रोकते हुए इन्हीं के गांव के विकास कुशवाहा ने कहा कि गठबंधन जाति के आधार पर वोटों की गिनती कर अपने जीत का दावा कर रहा है। ऐसा नहीं है कि इसका असर नहीं होगा, लेकिन मेरा यही मानना है कि लोग अब जागरूक हो चुके हैं और जाति पर नहीं इस बार विकास पर वोट पड़ेगा। चर्चा के दौरान ही एक सांस में कई वाक्य बोलते हुए हाथ में जीके की किताब लेकर एक व्यक्ति पहुंचा। सभी एक साथ उस व्यक्ति को चुप कराते हुए आगे बढ़ने को कहा। तब तक सैदपुर स्टेशन आ गया और ट्रेन भी रुक गई। यहां से फिर मैं दूसरी बोगी में गया। इसमें लोग बहुत शांति से बैठे थे। नंदगंज निवासी विवके सिंह के मोबाइल की घंटी बजी। हैलो के बाद उन्होंने बोला कि काशी जा रहा हूं। कुछ सेकेंड बाद बोले कि ट्रेन में हैं तो टीवी कैसे देखेंगे? फिर बोले कि इस बार भी नरेंद्र मोदी ही प्रधानमंत्री बनेंगे, हां पिछली बार से थोड़ा सीट कम हो सकता है। इसी समय उनके बगल में बैठे गिरीश शर्मा से मैंने पूछा कि भाई साहब कहां से आ रहे हैं। बताया कि नंदगंज से। तब किसको वोट देना है। इस बार तो एक साफ है, भाजपा। गठबंधन का रुझान अधिक होने के सवाल पर बोले कि चुनाव आते-आते सब समाप्त हो जाएगा। पूछा कि ऐसा क्या विशेष है। तब तक विवेक सिंह फोन काटते ही, उल्टा मुझसे सवाल पूछ बैठे आप ही बताइए। मैं कुछ बोलूं तब तक वहां बैठे एक व्यक्ति ने बोला कि वोट चाहे आप लोग किसी को दें, लेकिन जाति, धर्म के नाम पर वोट मत दीजिएगा।