Move to Jagran APP

सोलर लाइट की बाट जोह रहे लोहिया आवास

गाजीपुर: नई प्रदेश सरकार ने पूर्ववर्ती सपा सरकार की ड्रीम राममनोहर लोहिया आवास योजना क

By JagranEdited By: Published: Thu, 26 Oct 2017 06:52 PM (IST)Updated: Thu, 26 Oct 2017 06:52 PM (IST)
सोलर लाइट की बाट जोह रहे लोहिया आवास
सोलर लाइट की बाट जोह रहे लोहिया आवास

गाजीपुर: नई प्रदेश सरकार ने पूर्ववर्ती सपा सरकार की ड्रीम राममनोहर लोहिया आवास योजना को बंद तो कर ही दिया वहीं पिछले वर्ष आवंटित आवासों का कार्य भी अधूरा पड़ा हुआ है। अभी तक दो वित्तीय सत्र के लगभग दो हजार लोहिया आवास में सोलर लाइट नहीं लगाई जा सकी है जबकि ये आवास काफी दिन से बनकर तैयार हो चुके हैं। सरकार बदलने के बाद संबंधित विभाग भी उदासीन हो गया है। इधर लाभार्थी विभाग का चक्कर काट रहे हैं।

loksabha election banner

समाजवादी सरकार ने गांव के गरीबों एक छत उपलब्ध कराने के लिए राम मनोहर लोहिया आवास योजना संचालित किया था। इसमें हर वर्ष हजारों परिवारों को इस योजना के तहत आवास आवंटित किया गया। लोहिया आवास बनवाने के लिए प्रति लाभार्थी को 3.05 लाख रुपये आवंटित होते थे। इसमें से 2.75 लाख रुपये दो किस्तों में लाभार्थी के खाते में भेजा जाता था। इससे वह मकान बनाकर तैयार कर लेता था। शेष तीस हजार रुपये का सरकार दस आवास में प्रकाश के लिए सोलर सिस्टम लगाता था। जिले में अभी तक 2015-16 और 2016-17 में आवंटित लगभग दो हजार लोहिया आवास में सोलर लाइट नहीं लगाई जा सकी है जबकि यह आवास काफी समय पहले ही बन कर तैयार हो चुके हैं और संबंधित विभाग को लाभार्थी द्वारा इसका साक्ष्य भी उपलब्ध कराया जा चुका है।

इससे लाभार्थियों को अंधेरे में रहना पड़ रहा है। वह इतने सक्षम भी नहीं हैं कि अपने आवास में लाइट की व्यवस्था कर लें। किसी तरह ढिबरी जला कर काम चला रहे हैं। एक समस्या यह भी है कि अगर कोई लाभार्थी इधर-उधर से जुगाड़ कर लाइट की व्यवस्था कर भी लें तो बाद में विभाग इसकी लागत नकद के रूप में नहीं देगा। विभाग खुद सोलर सिस्टम स्टाल करेगा। इसके चलते भी बहुत से लाभार्थी अपने स्तर से लाइट की व्यवस्था नहीं कर रहे हैं।

सोलर लाइट का टेंडर हो गया है

- वित्तीय सत्र 2015-16 में बने लोहिया आवासों में सोलर लाइट लगाने का टेंडर हो चुका है लेकिन अभी तक शासन स्तर से कोई आदेश नहीं आया है। जब सोलर सिस्टम उपलब्ध हो जाएगा तो आवासों में लगाने का क्रम शुरू कर दिया जाएगा।

- राम ¨सह, परियोजना निदेशक।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.