लंबित मांगों को लेकर लेखपालों ने दिया धरना
गाजीपुर उप्र लेखपाल संघन के आह्वान पर मंगलवार को लेखपालों ने जिले के सभी तहसील मुख्यालयों पर धरना-प्रदर्शन कर अपनी आवाज बुलंद किया। वहीं मांगों से संबंधित उपजिलाधिकारी को सौंपा। कहा कि जब तक हमारी मांगे पूरी नहीं होगी हमारा संघर्ष जारी रहेगा।
जासं, गाजीपुर : उप्र लेखपाल संघ के आह्वान पर मंगलवार को लेखपालों ने जिले के सभी तहसील मुख्यालयों पर धरना-प्रदर्शन कर अपनी आवाज बुलंद की। वहीं मांगों से संबंधित पत्रक एसडीएम को सौंपा। कहा कि जब तक हमारी मांगें पूरी नहीं होगी, हमारा संघर्ष जारी रहेगा। चेताया कि अगर सरकार हमारी 11 सूत्री मांगों पर शीघ्र विचार कर कोई पहल नहीं करती है, वे आंदोलन को बाध्य होंगे। सदर तहसील कार्यालय पर भारी संख्या में लेखपाल मौजूद थे, जो अपनी मांगों को मनवाने के लिए नारे भी लगा रहे थे।
सैदपुर : तहसील अध्यक्ष धीरेंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि काफी दिनों से हम लोगों को आश्वासन मिल रहा है, लेकिन मांगों को सुध नहीं ली जा रही है। हमारे ऊपर एक के बाद एक काम बढ़ाया जा रहा है, सुविधाओं का कोई ख्याल नहीं कर रहा है। जखनियां : लालचंद राम ने कहा कि प्रदेश सरकार हम लोगों को गांव में 24 घंटे का काम लेती है। चाहे बाढ़ हो या सूखा राहत हो या दिन जैसे महत्वपूर्ण काम हम लोगों को करने की जिम्मेदारी दी गई है। सरकार हमारे समाज का हक देने में हीलाहवाली कर रही है। कैलाश सिंह,भूलेटन यादव, सुदर्शन यादव, सुनील यादव, उमाशंकर, अनिल यादव आदि थे।
उग्र आंदोलन की दी चेतावनी
कासिमाबाद : सरकार द्वारा लगभग एक वर्ष पूर्व किए गए समझौते के तहत कोई भी शासनादेश जारी ना होने से लेखपालों ने भारी रोष व्यक्त किया तथा सरकार से सभी मांगों पर सकारात्मक दृष्टिकोण अपनाने की मांग की। अध्यक्ष चितरंजन चौहान ने सरकार से लेखपालों को ग्रेड पे एसीपी की विसंगति सहित सभी 11 सूत्री मांगों पर तत्काल कार्रवाई करने तथा शासनादेश जारी करने की मांग की। मंत्री संजय पांडेय ने चेताया कि लेखपालों के प्रति सरकार का रवैया सहयोगात्मक नहीं रहा तो आंदोलन और उग्र हो सकता है। जितेंद्र यादव, रामप्रवेश, महेंद्र, नगीना पाल, नेहा यादव, प्रिया शर्मा आदि थे। अध्यक्षता चितरंजन चौहान व संचालन संजय कुमार पांडेय ने किया।