राम को सबका प्रिय बनाने में कैकेयी की भूमिका महत्वपूर्ण
जागरण संवाददाता मलसा (गाजीपुर) राधा-माधव ट्रस्ट सब्बलपुर में आयोजित श्रीमद्भागवत महापुराण
जागरण संवाददाता, मलसा (गाजीपुर) : राधा-माधव ट्रस्ट सब्बलपुर में आयोजित श्रीमद्भागवत महापुराण कथा अंतर्गत राम वन गमन प्रसंग की चर्चा करते हुए भागवताचार्य चंद्रेश महाराज ने कहा कि यदि राम वन नहीं जाते तो मर्यादा पुरुषोत्तम राम, जन-जन के आदर्श राम होने का अवसर उन्हें नहीं मिल पाता, अर्थात राम वन नहीं गए होते तो राम नहीं बन पाते, अन्य राजाओं-महाराजाओं की तरह वह भी अयोध्या के अनेक राजाओं में से एक राजा मात्र कहलाते। राम को सबका प्रिय बनाने में कैकेयी की महत्वपूर्ण भूमिका है। कैकेयी के इस निर्णय को त्याग एवं बलिदान की पराकाष्ठा भी कह सकते हैं। वनवासी समाज ऋषि मुनि और अन्य अनेक वह लोग जो राक्षसों के भय एवं अत्याचार से दुखी थे उनके दुख का निवारण कैसे होता, यदि कैकेयी यह कठोर और अप्रिय निर्णय नहीं लेतीं। यदि यह कहें कि रामरूपी भव्य मूर्ति के निर्माण में कैकेयी आधारशिला हैं तो कोई अतिशयोक्ति नहीं होगी।