डीपीओ के खिलाफ जांच पूरी, डीएम को रिपोर्ट जल्द
जागरण संवाददाता, गाजीपुर : बाल विकास महिला एवं पुष्टाहार विभाग में कागजों पर वाहनों क
जागरण संवाददाता, गाजीपुर : बाल विकास महिला एवं पुष्टाहार विभाग में कागजों पर वाहनों का संचालन कर फर्जी तरीके से धन आहरण के आरोपित प्रभारी डीपीओ अमरनाथ मौर्या के खिलाफ जांच पूरी हो गई है। हालांकि रिपोर्ट तैयार कर इसे सौंपा नहीं जा सका है जबकि 31 अगस्त तक ही इसे जिलाधिकारी को देना था। ऐसे में तरह-तरह के सवाल उठ रहे हैं। डीएम के निर्देश पर तीन सदस्यीय जांच टीम ने इसकी जांच की है।
ज्ञातव्य हो कि जमानियां के पूर्व भाजपा विधायक ¨सहासन ¨सह ने मुख्यमंत्री से जनता दर्शन में प्रभारी डीपीओ के खिलाफ शिकायत की थी। उन्होंने आरोप लगाया था कि प्रभारी डीपीओ ने कई परियोजनाओं के नाम पर कागजों में ही वाहनों का संचालन दिखाकर धांधली करते हुए फर्जी तरीके से धन अवमुक्त करा लिया। शिकायत के बाद उच्चाधिकारियों ने जिलाधिकारी को जांच का निर्देश दिया। इस पर जिलाधिकारी मामले की जांच के लिए एक टीम गठित की। जिसमें डीडीओ, कोषाधिकारी और एआरटीओ प्रवर्तन हैं। जांच टीम के अध्यक्ष जिला विकास अधिकारी एम पाल हैं। मामले में बीते 16 अगस्त को संबंधित ब्लाक के सीडीपीओ, वाहनों के ड्राइवर आदि का बयान दर्ज किया गया। इसके बाद अभिलेखीय जांच की गई। जिलाधिकारी ने 31 अगस्त तक जांच रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया था। उसके बावजूद जांच पूरी नहीं हो सकी। मामला उच्चाधिकारियों के संज्ञान में होने के बावजूद देरी पर लोग तरह-तरह के सवाल कर रहे हैं। वहीं अधिकारियों का कहना है कि जांच पूरी हो गई है। जल्द ही इसकी रिपोर्ट तैयार कर ली जाएगी। ---
खामियां तो कई पकड़ी है टीम ने
यूं तो जब तक रिपोर्ट न आ जाय तब तक इस मामले में कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी लेकिन सूत्रों के मुताबिक अब तक की पड़ताल में कई खामियां पाईं गईं हैं। इसका संतोषजनक जवाब भी नहीं मिल सका है। इतना ही नहीं डीपीओ के अलावा ऐसे सीडीपीओ पर भी कार्रवाई की तलवार लटकी हुई है।
जांच पूरी हो गई है। वाहनों के कागजात भी जमा कर लिए हैं। जल्द जांच टीम के सभी सदस्य एक साथ मिलकर इसकी रिपोर्ट तैयार कर जिलाधिकारी को प्रेषित कर देंगे।
- एम लाल, जिला विकास अधिकारी