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19 घंटे बाद ठीक हुई इनकमिग ट्राली का चेंबर व जली सीटी

दिलदारनगर (गाजीपुर) स्थानीय विद्युत उपकेंद्र के इनकमिग ट्राली का चेंबर व सीटी रात सवा नौ बजे जलने के करीब 19 घंटे बाद मंगलवार की शाम आपूर्ति बहाल हो गई। वहीं भक्सी रेलवे फाटक के पास चित्रकोनी उपकेंद्र को जाने वाला 33000 हजार केबिल का बक्सा सोमवार की शाम साढे चार बजे जलने के बाद दूसरे दिन शाम चार बजे करीब 12 घंटे बाद दुरुस्त किया गया।

By JagranEdited By: Published: Tue, 21 Jul 2020 05:28 PM (IST)Updated: Tue, 21 Jul 2020 05:28 PM (IST)
19 घंटे बाद ठीक हुई इनकमिग ट्राली का चेंबर व जली सीटी
19 घंटे बाद ठीक हुई इनकमिग ट्राली का चेंबर व जली सीटी

फोटो- 16सी जागरण संवाददाता, दिलदारनगर (गाजीपुर) : विद्युत उपकेंद्र के इनकमिग ट्राली का चेंबर व सीटी रात सवा नौ बजे जलने के करीब 19 घंटे बाद मंगलवार की शाम आपूर्ति बहाल हो सकी। वहीं भक्सी रेलवे फाटक के पास चित्रकोनी उपकेंद्र को जाने वाला 33000 हजार केबिल का बक्सा सोमवार की शाम साढे़ चार बजे जलने के बाद दूसरे दिन शाम चार बजे करीब 12 घंटे बाद दुरुस्त किया गया। इस दौरान करीब दर्जनों गांवों की आपूर्ति ठप रही। उमस भरी गर्मी में बिजली नहीं रहने से लोग रात भर करवट बदलते रहे। लोगों को पेयजल के लिए काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा।

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इनकमिग ट्राली का चेंबर व सीटी जल जाने से इससे जुड़े तीन फीडर दिलदारनगर, अमौरा व पचोखर से जुड़े दर्जन भर गांव में पूरी रात अंधेरा छाया रहा। उमस से लोग बेहाल रहे छोटे बच्चों का रो रो कर बुरा हाल था। वहीं दूसरी ओर चित्रकोनी उपकेंद्र को जाने वाला 33000 हजार केबिल का बक्सा जलने से उपकेंद्र से जुड़े तियरी व करमहरी फीडर के 23 गांव में अंधेरा छाया रहा। उपकेंद्र के इनकमिग ट्राली को बनवाने के लिए मंडल अध्यक्ष अमित जायसवाल उपकेंद्र पर सुबह से जमे रहे। वहीं 33000 हजार केबिल बक्सा को बनाने में उपकेंद्र के एसडीओ श्यामनारायण चौरसिया एवं जेई तापस कुमार कर्मचारियों को लेकर सुबह 7 बजे से जुटे  रहे। ---

- तेज  बारिश के कारण केबिल जल गया था। इसे विभागीय अधिकारियों एवं कर्मचारियों की कड़ी मशक्कत के बाद शाम चार बजे बहाल कर दिया गया।

-यामनारायण चौरसिया, एसडीओ।


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