प्रधान पद की मारामारी, सदस्यों की कम दावेदारी
त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के ग्राम सरकार में प्रधान का पद भले ही महत्वपूर्ण होता है लेकिन ग्राम पंचायत सदस्यों की अहमियत भी कम नही होती है।
जागरण संवाददाता, खानपुर (गाजीपुर) : त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के ग्राम सरकार में प्रधान का पद भले ही महत्वपूर्ण होता है, लेकिन ग्राम पंचायत सदस्यों की अहमियत भी कम नही होती है। सदस्य न हों तो ग्रामपंचायत का गठन ही नही हो पाएगा। किसी भी विकास कार्य का प्रस्ताव पास भी नही हो पाएगा। इसके बावजूद गांवों में ग्राम पंचायत सदस्य बनने में किसी की रुचि नही दिखाई दे रही है। मौजूदा ब्लाक स्थित चुनाव कार्यालय पर प्रधान पद के बिक रहे नामांकन फार्म की भारी संख्या और बीडीसी और ग्रामपंचायत सदस्य के कम संख्या में बिक रहे नामांकन पत्रों से सहज अंदाजा लगाया जा सकता है। गांवों में जहां प्रधानपद के उम्मीदवारों की लंबी फौज है वहीं सदस्यों के नाममात्र आवेदक आ रहे हैं। ज्यादातर वही आवेदक हैं जिन्हें प्रधानपद के प्रत्याशी अपनी तरफ से अपनी समर्थन के लिए चुनाव लड़ा रहे हैं। एसडीएम सैदपुर विक्रम सिंह ने बताया कि गांव के विकास के लिए बनने वाली सभी समितियों में ग्राम पंचायत सदस्य ही शामिल होंगे। गांव के आधा दर्जन समितियों में चार समितियों के अध्यक्ष इन्ही सदस्यों में किसी एक को बनाया जाएगा। किसी भी गांव में दो तिहाई पंचायत सदस्य नहीं होने की स्थिति में निर्वाचित ग्राम प्रधान को उनके पद की शपथ नहीं दिलाई जाएगी। इसलिए अपने ग्रामपंचायत की पूरी व्यवस्था पाने के लिए सभी सीटों पर पंचायत सदस्यों का चुनाव अवश्य करें।