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Ghazipur: अमृत सरोवर के पोखरे में मछली पालन का ग्रामीणों ने किया विरोध, पट्टा निरस्तीकरण की कार्रवाई की मांग

पट्टा किए गए अमृत सरोवर योजना के तहत खोदे गए तालाब में पट्टा धारक बच्चा लेकर रविवार को पहुंचे तो ग्रामीणों ने इसका विरोध करते हुए रुकवा दिया। अधिकारियों को चेताते हुए कहा कि पट्टा निरस्तीकरण की कार्रवाई सुनिश्चित की जाए।

By Manoj Kumar GuptaEdited By: Shivam YadavPublished: Sun, 20 Nov 2022 07:00 PM (IST)Updated: Mon, 21 Nov 2022 04:29 AM (IST)
ग्रामीणों ने बताया कि अमृत सरोवर की खुदाई जल संरक्षण के लिए किया गया है।

जागरण संवाददाता, मनिहारी (गाजीपुर): जखनियां विकास खंड के बिजहरा में मछली पालन के लिए पट्टा किए गए अमृत सरोवर योजना के तहत खोदे गए तालाब में पट्टा धारक बच्चा लेकर रविवार को पहुंचे तो ग्रामीणों ने इसका विरोध करते हुए रुकवा दिया। अधिकारियों को चेताते हुए कहा कि पट्टा निरस्तीकरण की कार्रवाई सुनिश्चित की जाए नहीं तो तहसील मुख्यालय पर धरना-प्रदर्शन करने के लिए बाध्य होंगे। 

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ग्रामीणों ने बताया कि अमृत सरोवर की खुदाई जल संरक्षण के लिए किया गया है न कि मछली पालन करने के लिए। मछली पालने वाले इसमें का सारा पानी मछली मारने के लिए इधर से उधर बहा कर सुखा देते हैं। 

ग्राम प्रधान रामपूजन राजभर ने कहा कि मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से आह्वान किया है कि वे अमृत सरोवरों को गोद लेकर उनका विकास और रख रखाव करें। 

वहीं, अधिकारी सरकार की महत्वाकांक्षी योजनाओं को भी अपनी मनमानी से पलिता लगाने पर तुले हुए हैं। दुर्गावती देवी, संदीप राजभर, बरसाती यादव, नन्हें गिरी, अवधू वनवासी, गुलैची देवी, धर्मेंद्र राजभर, गुनिया देवी, सचिन राजभर, प्रेम वनवासी रहे।

इन्होंने कहा…

तालाब की खुदाई अमृत सरोवर के तहत हो गई है। पट्टा धारक उसमें मछली पालना चाहता है तो उसमें ग्रामीणों को आपत्ति नहीं होनी चाहिए। अमृत सरोवर के तहत तालाब की खुदाई होने से कारण पट्टा निरस्त नहीं किया जा सकता। 

- रामजी, तहसीलदार।


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