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विश्व फिजियोथेरेपी दिवस को भूल गया महकमा

जागरण संवाददाता, गाजीपुर : जिले का स्वास्थ्य महकमा इतना लापरवाह है कि विश्व फिजियोथेरेपी ि

By JagranEdited By: Published: Sat, 08 Sep 2018 09:37 PM (IST)Updated: Sat, 08 Sep 2018 09:37 PM (IST)
विश्व फिजियोथेरेपी दिवस को भूल गया महकमा
विश्व फिजियोथेरेपी दिवस को भूल गया महकमा

जागरण संवाददाता, गाजीपुर : जिले का स्वास्थ्य महकमा इतना लापरवाह है कि विश्व फिजियोथेरेपी दिवस को ही भूल गया। लापरवाही का हाल यह है कि कोई सरकारी कार्यक्रम तो दूर महीने के दूसरा शनिवार के नाम पर जिला अस्पताल में स्थापित जिला दिव्यांग पुनर्वास केंद्र भी बंद रहा। ऐसे में आप सहज ही अंदाजा लगा सकते हैं कि अपने अन्य कार्यों के प्रति स्वास्थ महकमा कितना जागरूक होगा।

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हर वर्ष आठ सितंबर को पूरे विश्व में विश्व फिजियोथेरेपी दिवस मनाया जाता है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से जगह-जगह कार्यक्रम आयोजित कर फिजियोथेरेपी के महत्व को बताया जाता है और लोगों को मुफ्त परामर्श भी दिया जाता है। फिजियोथैरेपी यानी शरीर की मांसपेशियों, जोड़ों, हड्डियों व नसों के दर्द या तकलीफ वाले हिस्से की वैज्ञानिक तरीके से आधुनिक मशीनों, एक्सरसाइज, मोबिलाइजेशन, टे¨पग के माध्यम से मरीज को आराम पहुंचाना होता है। फिजियोथैरेपी के विशेषज्ञ कई तरह के व्यायाम और नई तकनीक वाली मशीनों की मदद से इलाज करते हैं। योगा सहित फिजियोथेरेपी के प्रति लोगों को जागरूक करने के साथ ही अन्य दिवस को भी लोगों को जागरूक किया जा रहा है। इतना ही नहीं फिजियोथेरेपी चिकित्सा पद्धति के प्रति लोगों का विश्वास बढ़ा है। 200 बेड के जिला अस्पताल में भी जिला दिव्यांग पुनर्वास केंद्र स्थापित किया गया है। जहां प्रतिदिन एक चिकित्सक सहित करीब आधा दर्जन कर्मचारियों की नियुक्ति की गई है। एक्सरसाइज करने के लिए कुछ मशीनें भी उपलब्ध कराई गई हैं। प्रतिदिन दर्जनों की संख्या में इलाज के लिए मरीज भी पहुंचते हैं। फिजियोथेरेपी की बढ़ती मांग के बावजूद स्वास्थ्य विभाग उच्चाधिकारी इसके प्रति उदासीन बने हुए हैं। माह का द्वितीय शनिवार के नाम पर जिला दिव्यांग पुनर्वास केंद्र भी बंद था।

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- किसी तरह का कोई कार्यक्रम आयोजित करने के लिए कोई निर्देश नहीं मिला था। अगर कोई निर्देश मिलता तो जरूर कार्यक्रम आयोजित किया गया होता। जिला दिव्यांग पुनर्वास केंद्र दिव्यांग कल्याण अधिकारी के अधीन है।

- डा. एसएन प्रसाद, सीएमएस जिला अस्पताल

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- इस तरह का कोई निर्देश उच्चधिकारियों की ओर से नहीं मिला था। महीने का द्वितीय शनिवार होने के कारण दिव्यांग पुनर्वास केंद्र बंद था।

- नरेंद्र विश्वकर्मा, प्रभारी जिला दिव्यांग कल्याण अधिकारी


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