-बीत गए पांच वर्ष, ग्रामीणों के सपने अधूरे
कासिमाबाद तहसील के सोनबरसा उर्फ कासिमाबाद गांव में
जागरण संवाददाता, कासिमाबाद (गाजीपुर) : कासिमाबाद तहसील के सोनबरसा उर्फ कासिमाबाद गांव में विकास कार्य कराए गए हैं, लेकिन ग्रामीण और विकास की उम्मीद लगाए हैं। पांच वर्ष बीत गए, लेकिन कोई ऐसा विकास कार्य नहीं है, जिसकी चर्चा की जाए। गांव के कई मोहल्लों में लोग इंटरलाकिग, आरसीसी सड़क व नाली का सपना सजोए हुए हैं। अब पंचायत चुनाव नजदीक है, लेकिन बीते पांच वर्षों में यहा के लोगों के सपने अधूरे ही रह गए।
कभी सत्ता संचालन का केंद्र रहा सोनबरसा आज आरसीसी सड़क व नाली के लिए तरस रहा है। सड़कें अतिक्रमण का शिकार हो रही हैं। सोनबरसा उर्फ कासिमाबाद को सत्रहवीं शताब्दी में गाजीपुर के नवाब शेख अब्दुल्ला ने अपने पिता मुहम्मद कासिम के नाम पर आबाद किया और एक किला बनवाया। शत्रुओं से रक्षा के लिए किले के चारों तरफ गहरी खाई खोदवाई गई थी। जिसमें हमेशा पानी भरा रहता था। किला ही नहीं कासिमाबाद नगर को भी महफूज रखने का पुख्ता बंदोबस्त किया गया था। नगर के चारों तरफ भी खाईं खुदवाकर दीवार बनवाई गई थी। यहीं से वह अपनी सत्ता का संचालन करता था। गांव में जच्चा-बच्चा केंद्र है, लेकिन किसी के न रहने से विरान पड़ा है। चौहान बस्ती में नाली का निर्माण अभी तक नहीं कराया गया। गांव में जर्जर विद्युत तार टूट कर गिरते रहते हैं। हद तो यह है कि बिजली विभाग टेलीफोन के खंभे पर बिजली का तार दौड़ा दिया है। गांव में जाने वाले मुख्य सड़क उखड़ गई आरसीसी कराने की मांग है।
---
गांव का आंकड़ा
गांव की जनसंख्या- 4500
मतदाता- 3192
शौचालय- 500
आवास- 16
दिव्यांग पेंशन- 22
विधवा पेंशन- 13
---
पोखरा पर अतिक्रमण
फोटो-11सी।
गांव के भीतरी पोखरे का सौंदर्यीकरण करना आवश्यक है। तिलक बाबा के पोखरे पर दबंगो का कब्जा है। उसे अतिक्रमण से मुक्त कराना आवश्यक है। इंटरलाकिग के नाम पर गुड्डू यादव के घर जाने वाले रास्ते का ईंट उखाड़ लिया गया है। -ओम प्रकाश गुप्ता।
----
सरकारी धन का दुरुपयोग
फोटो-12सी।
गांव में विकास कार्यों के लिए मिलने वाले धन का दुरुपयोग किया गया है। व्यक्तिगत विकास कार्य ज्यादा कराए गए हैं। शासन स्तर से इसकी तत्काल जांच हो। प्राथमिक विद्यालय से चौहान बस्ती में आने वाले रास्ते को आरसीसी कराया जाए। - किशोर चौहान।
------
जरूरी कार्य रह गए अधूरे
फोटो-13सी।
गांव में बिजली, पानी, सड़क व शौचालय निर्माण से गांव वालों को सुविधा मिली है। लोग प्रधान के कार्य से संतुष्ट हैं। कुछ काम बाकी रह गए हैं जिनको पूरा करना जरूरी था। -अब्दुल अली।
------
जर्जर हो गए हैं तार
फोटो-14सी।
गांव के विद्युत तार जर्जर होकर प्रतिदिन टूट कर गिरते हैं। जिसके कारण घंटों आपूर्ति बाधित रहती है। लोगों को जान का खतरा बना रहता है। जर्जर तारों को बदलना जरूरी है। -मोहन चौहान।
----
शेष रह गए हैं कार्य
पांच वर्षों में जितना धन आया, उससे सरकारी योजनाओं से गांव का विकास कराया गया है। ग्रामीण खामियां निकालते रहते हैं। कुछ काम शेष रह गए हैं जिन्हें कराना आवश्यक था।
- नन्हे गुप्ता, निवर्ममान ग्राम प्रधान ।