बांस के सहारे विद्युत आपूर्ति बनेगा क्षेत्रवासियों का मुद्दा
बारा (गाजीपुर) इस बार लोक सभ चुनाव में बांस के सहारे हो रही आपूर्ति से निजात पाना ही क्षेत्रवासियों का अहम चुनावी मुद्दा होगा। विद्युत विभाग जिले के प्रत्येक घरों को रौशन करने का दावा कर रहा है लेकिन हालात यह है कि ग्रामीण क्षेत्रों में अभी भी बांस के सहारे जर्जर तारों से आपूर्ति की जा रही है। इसे बदलने के लिए कई बार आवाज उठाई गई लेकिन विभागीय अधिकारियों ने इसकी अनसुनी कर दी।
जासं, बारा (गाजीपुर) : इस बार लोकसभा चुनाव में बांस के सहारे हो रही आपूर्ति से निजात पाना ही क्षेत्रवासियों का अहम चुनावी मुद्दा होगा। विद्युत विभाग जिले के प्रत्येक घरों को रोशन करने का दावा कर रहा है लेकिन हालात यह है कि ग्रामीण क्षेत्रों में अभी भी बांस के सहारे जर्जर तारों से आपूर्ति की जा रही है। इसे बदलने के लिए कई बार आवाज उठाई गई लेकिन विभागीय अधिकारियों ने इसको अनसुना कर दिया।
बांस-बल्ली के सहारे बिजली आपूर्ति पर अर्से पूर्व ही महकमे ने रोक लगा दी थी, लेकिन बिजलीकर्मी सारे नियम-कानून ताक पर रखकर धड़ल्ले से जर्जर लकड़ी के पोल व बांस के सहारे आपूर्ति सप्लाई करवा रहे हैं। घरों की आपूर्ति कौन कहे ट्यूबवेल तक का कनेक्शन सुविधा शुल्क लेने के बाद भी जुगाड़ वाला कनेक्शन ही दिया जा रहा है। इससे कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है लेकिन बिजली अधिकारी बेपरवाह बने हुए हैं।
यह हाल तब है जब कुछ वर्ष पहले करंट की चपेट में आकर कई मवेशी काल के गाल में समा चुके हैं। बावजूद महकमा चेतने को तैयार नहीं है। उदाहरण के तौर पर मगरखाई में कालिका सिंह यादव के ट्यूबवेल का कनेक्शन बांस-बल्लियों के सहारे किया गया है। इतना ही नहीं जिस बांस के सहारे हाईटेंशन लाइन का तार खींचा गया है वह सड़क किनारे है। ऐसे में तेज हवा के झोंके से यह बांस गिर सकता है। इससे राहगीरों के जान को भी खतरा बना हुआ है। बारा में अबुसालेह खां के डेरा के निकट लकड़ी के पोल पर ही हाईटेंशन लाइन का तार खींच दिया गया है। भतौरा गांव में भी निजी ट्यूबवेल के लिए बांस पर ही लाइन खींचा गया है। इससे हमेशा अनहोनी की आशंका बनी हुई है।
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: पूर्व प्रधान बारा मंजूर खां ने कहा कि बिजली विभाग सारे नियम को ताक पर रख कर क्षेत्र में लकड़ी के पोल व बांस-बल्ली के सहारे विद्युत आपूर्ति कर रहा है। बारा गांव सहित क्षेत्र के अन्य गांवों में कई स्थानों पर इसका उदाहरण देखने को मिल जाएगा। कई बार शिकायत के बाद भी विभाग इस ओर से आंखें बंद किये है।
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: याहिया खां ने कहा कि बिजली व्यवस्था में सुधार करने के लिए सरकार द्वारा कई तरह की योजनाएं संचालित की जा रही है लेकिन विभागीय अधिकारी सरकार की योजनाओं को पलीता लगा रहे हैं। बांस-बल्ली से बिजली आपूर्ति पर प्रतिबंध के बाद भी क्षेत्र के कई स्थानों पर आज भी यह देखने को मिल रहा है। फोटो- 15सी
: सैयद जावेद ने कहा कि क्षेत्र में लकड़ी के पोल व बांस-बल्ली पर बिजली आपूर्ति जनप्रतिनिधियों की लापरवाही का नतीजा है। क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि अगर बिजली समस्या के प्रति तनिक भी गंभीर होती तो विभगीय अधिकारी लापरवाही नहीं करते। अब से ही इस समस्या पर स्थानीय विधायक को ध्यान देने की आवश्यकता है। फोटो- 16सी
: जावेद खां मंटू का कहना है कि गांव सहित खेतों में लकड़ी के पोल पर जर्जर तारों के सहारे बिजली आपूर्ति की जा रही है। खेतों में टेढ़े हो चुके बिजली के पोल पर खींचा गया विद्युत तार जमीन को छू रहा है। कई बार इन तारों से खेतों में आग लग चुकी है और किसानों की फसल जलकर खाक हो चुकी है।