विद्युतकर्मी 14 नवंबर को शक्ति भवन को करेंगे कूच
गाजीपुर पीएफ घोटाले एवं निजीकरण के विरोध में बड़ी बाग स्थित अधीक्षण अभियंता कार्यालय परिसर में विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति का धरना शुक्रवार को भी जारी रहा । साथ ही निर्णय लिया कि आगामी 14 नवंबर को सैकड़ों की संख्या में बिजली कर्मचारी अपनी मांगों के समर्थन में प्रदेश मुख्यालय स्थित शक्ति भवन को कूच करेंगे।
जासं, गाजीपुर : पीएफ घोटाले एवं निजीकरण के विरोध में बड़ी बाग स्थित अधीक्षण अभियंता कार्यालय परिसर में विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति का धरना शुक्रवार को भी जारी रहा। निर्णय लिया कि आगामी 14 नवंबर को सैकड़ों की संख्या में बिजली कर्मचारी अपनी मांगों के समर्थन में प्रदेश मुख्यालय स्थित शक्ति भवन को कूच करेंगे।
समिति के संयोजक निर्भय नारायण सिंह ने कहा कि 17 मार्च 2017 को डीएचएफएल को पहली किस्त 21 करोड़ रुपये की दी गयी थी। एक सप्ताह के बाद दूसरी किस्त 33 करोड़, तीन अप्रैल 2017 को 215 करोड़, 15 अप्रैल 2017 को 96 करोड़, पहली मई 2017 को 220 करोड़ और 19 मई 2017 को 169 करोड़ रुपये दिये गये। डीएचएफएल को रुपये देने का क्रम दिसम्बर 2018 तक जारी रहा और ट्रस्ट के 35 प्रतिशत से अधिक 4122.70 करोड़ रुपये मौजूदा सरकार के समय में डीएचएफएल को दिया गया। बताया कि घोटाले को छुपाने के लिए ट्रस्ट की हर तिमाही बैठक 30 महीने तक नहीं की गयी। ऐसी परिस्थिति में सरकार अपने दायित्व से विमुख नहीं हो सकती। धरना में एसएन शुक्ल, चंद्रपाल सिंह, मनीष कुमार, महेन्द्र मिश्रा, एके चौहान, शिवम राय, अभिषेक राय, वीके राव, संतोष मौर्या, पंकज जायसवाल, सुरेश सिंह, संजय यादव, प्रवीण सिंह, अजय विश्वकर्मा, भानू प्रताप कुशवाहा आदि थे।