अकीदत से मना ईद-उल-अजहा का पर्व
गाजीपुर नगर सहित ग्रामीण क्षेत्रों के सोमवार को ईद-उल-अजहा का पर्व अकीदत से मनाया गया। मस्जिदों एवं ईदगाहों में नमाज अदा की गई। मुस्लिम बंधुओं ने एक-दूसरे से गले मिलकर बधाई दी। इसके बाद कुर्बानी का सिलसिला शुरू हुआ। विशेश्वरगंज स्थित ईदगाह के बाहर जिलाधिकारी के. बालाजी पुलिस अधीक्षक डा. अरविद चतुर्वेदी सहित हर संप्रदाय के लोग मौजूद थे। मुस्लिम समुदाय के लिए यह दिन खास रहा।
गाजीपुर : नगर सहित ग्रामीण क्षेत्रों के सोमवार को ईद-उल-अजहा का पर्व अकीदत से मनाया गया। मस्जिदों एवं ईदगाहों में नमाज अदा की गई। मुस्लिम बंधुओं ने एक-दूसरे से गले मिलकर बधाई दी। इसके बाद कुर्बानी का सिलसिला शुरू हुआ। विशेश्वरगंज स्थित ईदगाह के बाहर जिलाधिकारी के. बालाजी, पुलिस अधीक्षक डा. अरविद चतुर्वेदी सहित हर संप्रदाय के लोग मौजूद थे। मुस्लिम समुदाय के लिए यह दिन खास रहा।
लंबे अरसे बाद दिन में दो बार अल्लाहताला से रूबरू होने का मौका मिला। ईदगाहों में सुबह से ही लोगों की भीड़ होने लगी थी। सुबह 10 बजते ही ईदगाहों व मस्जिदों में परिसर पूरा भर गया। नमाज अदा करने के बाद कुर्बानी का सिलसिला शुरू हुआ। हालांकि कुछ ने सुबह की नमाज के बाद ही अल्लाह की राह में कुर्बानी पेश की। पूरे दिन लोगों से मिलने-जुलने का क्रम बना रहा जो देर रात तक चला। मुहम्मदाबाद : बकरीद का पर्व परंपरागत ढंग से मनाया गया। नमाज के पश्चात लोगों ने एक दूसरे को बधाई दी। घर जाने के बाद लोगों ने बकरा आदि की कुर्बानी दी। सांसद अफजाल अंसारी, पूर्व विधायक सिबगतुल्लाह अंसारी, चेयरमैन समीम अहमद, मन्नू अंसारी आदि ने एक दूसरे को बकरीद की मुबारकवाद दी। ईदगाह पर पुलिस कर्मी तैनात रहे। इसके अलावा परसा, महरूपुर, बालापुर, मुर्की कला व खुर्द, दाउदपुर, सलेमपुर आदि गांवों में भी सकुशल त्योहार मनाया गया। भांवरकोल : महेंद, फखनपुरा, रानीपुर, महेशपुर, मच्छटी, घरजुड़ी, बीरपुर, सोनाड़ी समेत अन्य गांवों में मुस्लिम बंधुओं ने ईदगाहों व मस्जिदों में नमाज अदा की। शेरपुर, लोचाइन, दहिनवर सहित अन्य गांवों के मुस्लिम बंधुओं ने पड़ोसी गांवों में जाकर नमाज अदा की। सैदपुर: नगर स्थित ईदगाहों पर सुबह से ही नमाज अदा करने के लिए भीड़ लगी रही।
इस्लाम देता है शांति और अमन का पैगाम
शादियाबाद: बकरीद को लेकर बच्चों में उत्साह था। मौलाना मजिबुल्लाह खान ने नमाज अदा कराई। मौलाना अहमद बरकाती ने कहा कि इस्लाम शांति और अमन का पैगाम देता है। हमारे मुल्क में सभी धर्मों के लोग एक साथ मिल जुलकर रहते हैं। इस्लाम का मतलब अमन और शांति का संदेश देना। सादात: मखदुमपुर, मजुई, बरवांकला, कुंदुरसीपुर, दौलतनगर आदि जगहों पर नमाज अदा की गई।
ईदगाहों पर तैनात रही पुलिस
खानपुर: क्षेत्र के रामपुर, खानपुर, बहेरी, अमेहता, नायकडीह, घोघवा के मस्जिदों में मुस्लिम भाइयों ने एक दूसरे के गले लगकर मुबारकवाद दी। रामपुर ईदगाह के मौलवी नूर मोहम्मद ने कहा कि ईद उल अजहा का अक्षरश: अर्थ त्याग वाली ईद है। इस दिन जानवर की कुर्बानी देना एक प्रकार का प्रतिकात्मक कुर्बानी है। हज और उसके साथ जुड़ी हुई पद्धति हजरत इब्राहिम और उनके परिवार द्वारा किए गए कार्यों को प्रतीकात्मक तौर पर दोहराने का नाम है। सभी ईदगाहों पर पुलिस मुस्तैद थी।
भाईचारा व शांति के लिए अल्लाह मांगी दुआएं
बहरियाबाद: कस्बा सहित क्षेत्र के मलिकन गांव, दरगाह, रायपुर, पलिवार, देईपुर आदि मुस्लिम बाहुल्य गांवों में भाईचारा एवं शांति के लिए अल्लाह से दुआ मांगी गई। पूरे दिन कुर्बानियों एवं सेवई खाने-खिलाने का दौर देर रात तक चलता रहा। गहमर : क्षेत्र के करहियां, मनियां, सायर समेत अन्य ईदगाहों और मस्जिदों में इमामों ने नमाज से पहले कुर्बानी और ईद-उल-अजहा के बारे में तफसील से रोशनी डाली। ------- शांति पूर्वक अदा की गई नमाज
मलसा : क्षेत्र में परंपरागत ढंग से त्योहार मनाया गया। सेवराई : क्षेत्र के प्रत्येक गांव में ईद उल अजहा का त्योहार शांति पूर्वक मनाया गया। मुसलमान भाइयों ने निर्धारित स्थानों पर नमाज अदा कर एक दूसरे को मुबारकवाद दी। गांव के ईदगाह पर नमाज अदा की गई। क्षेत्र के सेवराई, गोड़सरा महना, फरीदपुर, मनिया सहित कई गांव में ईद की नमाज शांतिपूर्वक हुई।
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