सपना भारत की टीम में खेलने का
जासं, गाजीपुर: जिले के दुल्लहपुर स्थित मंझरिया गांव का रहने वाले मीडियम पेसर गेंदबाज इन दिन
जासं, गाजीपुर: जिले के दुल्लहपुर स्थित मंझरिया गांव का रहने वाले मीडियम पेसर गेंदबाज इन दिनों गुजरात में होने वाली विजय हजारे ट्राफी में अपनी रफ्तार से धमाल मचे रहे हैं। अरुण की प्रतिभा को देखते हुए उसका चयन नागालैंड की रणजी टीम में हुआ। अरुण नागालैंड की टीम से विजय हजारे ट्राफी का पहला प्रथम श्रेणी एक दिवसीय मैच सिक्किम के खिलाफ गुजरात के बड़ोदरा में 23 सितंबर को खेला है। हालांकि पहले मैच में उनको कोई विकेट नहीं मिल सका लेकिन उनकी लाइन और लेंथ ने लोगों को काफी प्रभावित किया।
अरुण को क्रिकेट का जुनून बचपन से ही था। पिता नरेंद्र ¨सह चौहान की खेल में दिलचस्पी होने के कारण उन्होंने अरुण को आगे बढ़ने में काफी सहयोग दिया।मोबाइल पर बातचीत के दौरान अरुण ने बताया कि उनका सपना भारत की टीम में खेलने का है। अभी तो शुरुआत है अगर सब कुछ ठीक रहा तो उनके मेहनत और लगन से वे एक दिन इस मुकाम तक जरूर पहुंचेंगे। उन्होंने अपना पहला गुरु अपने पिता को बताया। इसके अलावा उनको इस मुकाम तक पहुंचाने में उत्तर प्रदेश रणजी टीम के चयनकर्ता उबैद कमाल एवं स्वतंत्र यादव के अलावा जिले स्तर पर मोहम्मद मसीहुद्दीन, फहीम अहमद एवं अगम कुमार का भी योगदान है। जीडीसीए के मानद सचिव मोहम्मद मसीहुद्दीन ने बताया कि अरुण के चयन ने जिले के युवाओं का हौसला बढ़ाया है।