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ट्रेजरी में फंसी किसानों की दैवीय आपदा राहत राशि

जागरण संवाददाता गाजीपुर सरकारी कर्मचारियों की हीलाहवाली के चलते 2019 में आई बाढ़ आपदा में अभी तक चार किसानों को राहत राशि नहीं मिल पाई है।

By JagranEdited By: Published: Sat, 27 Feb 2021 09:42 PM (IST)Updated: Sat, 27 Feb 2021 09:42 PM (IST)
ट्रेजरी में फंसी किसानों की दैवीय आपदा राहत राशि

जागरण संवाददाता, गाजीपुर : सरकारी कर्मचारियों की हीलाहवाली के चलते 2019 में आई बाढ़ आपदा की राहत राशि अभी भी सियाड़ी के चार किसानों को नहीं मिल पाई है। इससे उनमें आक्रोश बढ़ता जा रहा है। उन्होंने अब जिलाधिकारी से मिलकर अपनी शिकायत दर्ज कराने का निर्णय लिया है।

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बाढ़ आपदा में नष्ट हुई फसल का मुआवजा किसानों को नहीं मिल रहा था। इसको लेकर 'दैनिक जागरण' ने अभियान चलाया था। इससे मजबूर होकर संबंधित विभाग ने फसल नुकसान का आकलन कराया और शासन को भेज दिया। इसके कुछ दिन बाद किसानों को आपदा राहत राशि उपलब्ध कराई गई, लेकिन तहसील के बाबुओं की लापरवाही के कारण चार किसानों जगदीश राय, चंद्रशेखर पांडेय व हरमुनिया की जगह दूसरे का बैंक खाता नंबर फीड कर टोकन जारी कर दिया गया। वहीं संतोष राय का खाता नंबर सही होने के बाद भी राहत राशि नहीं पहुंची। इस संबंध में किसानों ने बताया कि उन्होंने तहसीलदार मुहम्मदाबाद से शिकायत दर्ज कराई तो आपदा बाबू को जांच सौंपी गई। आपदा बाबू तहसील मुहम्मदाबाद ने ट्रेजरी में जाकर टोकन नंबर 3020064880 की सभी किसानों की सूची की जांच कराई। इसमें 30 किसान शामिल थे तो पता चला कि चार किसानों के खाते में पैसा टोकन जारी होने के बाद भी नहीं गया उनका पैसा ट्रेजरी में ही फंसा हुआ है। कृषि कानून से बदलेगी किसानों की स्थिति : कुलपति

जागरण संवाददाता, गाजीपुर : तकनीकी शिक्षा एवं शोध संस्थान, पीजी कालेज के सभागार में शनिवार को 'वर्तमान परिप्रेक्ष्य में कृषक एवं कृषि सुधार कानून 2020' विषयक राष्ट्रीय संगोष्ठी हुई। मुख्य अतिथि पंडित दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के कुलपति राजेश सिंह थे। उन्होंने कहा कृषि कानून-2020 पूर्णतया किसानों के हित में है और वर्षों से चली आ रही किसानों की स्थिति को बदलने वाली है। उन्होंने शिव वाटिका उद्यान में पौधरोपण कर महाविद्यालय की लैब व लाइब्रेरी का भ्रमण किया।

विशिष्ठ अतिथि पद्मश्री डा. कंवल सिंह चौहान ने मूल्य संवर्धन में खाद्य प्रसंस्करण की भूमिका एवं संभावनाएं विषय पर अपने विचार प्रस्तुत किए। उन्होंने 1960 से लेकर हो रहे कृषि सुधारों और वर्तमान की उपलब्धियों को बताया। विशिष्ट अतिथि पद्मश्री चंद्रशेखर सिंह ने वर्तमान समय में कृषि में संभावनाओं पर प्रकाश डाला। प्रो. अरुण कुमार सिंह ने नए कृषि सुधार : चुनौतियां एवं अवसर पर अपना व्याख्यान दिया।

महाविद्यालय के एनसीसी कैडेट्स द्वारा मुख्य अतिथि को गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। संचालन डा. वशिष्ठ यति व डा. कृष्ण कुमार पटेल ने संयुक्त रूप से किया। अपर महाधिवक्ता अजीत कुमार सिंह व प्राचार्य डा. समर बहादुर सिंह, अजीत कुमार सिह, डा. अशोक सिंह, डा. बालेश्वर सिंह, डा. विनोद, डा. धर्मराज, डा. दिनेश कुमार आदि थे।


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