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उबर रहा जनपद, और 14 की रिपोर्ट आई निगेटिव

जासं गाजीपुर कोरोना संक्रमितों के स्वस्थ होने के बाद जनपद अब धीरे-धीरे महामारी से ऊबरता दिख रहा है। सबसे अच्छी बात तो यह है कि स्वैब की रिपोर्ट भी लगातार निगेटिव आ रही है जिससे मेडिकल टीम व जिला प्रशासन राहत में है। यही नहीं संदिग्धों को अस्पताल लाने व उन्हें क्वारंटाइन सेंटर से घर छोड़ने में सबसे बड़ी भूमिका 10

By JagranEdited By: Published: Thu, 07 May 2020 06:53 PM (IST)Updated: Thu, 07 May 2020 06:53 PM (IST)
उबर रहा जनपद, और 14 की रिपोर्ट आई निगेटिव
उबर रहा जनपद, और 14 की रिपोर्ट आई निगेटिव

जासं, गाजीपुर : कोरोना संक्रमितों के स्वस्थ होने के बाद जनपद अब धीरे-धीरे इस महामारी से उबरता दिख रहा है। सबसे अच्छी बात तो यह है कि स्वैब की रिपोर्ट भी लगातार निगेटिव आ रही है, जिससे मेडिकल टीम व जिला प्रशासन राहत में है। यही नहीं संदिग्धों को अस्पताल लाने व उन्हें क्वारंटाइन सेंटर से घर छोड़ने में सबसे बड़ी भूमिका 108 एंबुलेंस कर्मियों द्वारा निभाया जा रहा है। गुरुवार को एहतियात व सतर्कता के साथ गैर प्रांतों से आए 20 लोगों स्वैब टेस्ट के लिए गोरखपुर मेडिकल कालेज भेजा गया। इन सबके बीच गैर प्रांतों से आए प्रवासी मजदूरों की निगरानी करना मेडिकल टीम के लिए चुनौती बनी हुई है।

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मार्च के अंतिम सप्ताह में जमातियों के मिलने की सूचना पर जिला प्रशासन व स्वास्थ्य महकमा पूरी तरह सकते में आ गया था। अप्रैल में माह में कोरोना संक्रमितों की संख्या छह होने के बाद तो अधिकारियों व अन्य लोगों में हड़कंप मच गया। इसके बाद तो कोरोना संकट का ऐसा बादल मंडराया कि हर किसी के मन में भय बना हुआ था। वहीं स्वास्थ्य विभाग की मेडिकल टीम सीएमओ के नेतृत्व में लगातार संक्रमितों के संपर्क में आए लोगों को चिन्हित करने के साथ उनका स्वैब टेस्ट के लिए मेडिकल कालेज भेजने में जुट गई। इसी बीच सभी पाजिटिव के स्वस्थ होने व रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद जहां टीम ने राहत की सांस ली, वहीं महामारी के संकट के बादल जनपद से छंटते दिख रहे हैं।

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एंबुलेंस कर्मियों ने 651 संक्रमितों को पहुंचाया क्वारंटाइन सेंटर

महामारी के संकट काल में एंबुलेंस कर्मी एक तरह से योद्धा के रूप में सामने आए। जिन कोरोना संदिग्धों के पास भी कोई नहीं जाना जाता था। उन्हें एंबुलेंस द्वारा क्वारंटाइन सेंटरों व जिला अस्पताल तक पहुंचाने का कार्य इन योद्धा द्वारा किया गया। जिला के 108 ईएमटीएस के जिला प्रबंधक रवि कुमार सिंह ने बताया कि महामारी के इस दौर में करंडा से 90, जखनियां से 70, मनिहारी से 30, जमानियां से 35, मुहमदाबाद से 32, नन्दगंज से 20, देवकाली से 30, सैदपुर से 34, मरदह से 20, भदौरा से 120, कासीमाबाद से 20 व सदर ब्लाक से 150 संदिग्धों को विभिन्न क्वारंटाइन सेंटर व जिला अस्पताल पहुंचाने का काम किया गया। ऐसी स्थिति में प्रोग्राम मैनेजर प्रवीण श्रीवास्तव, ब्लाक प्रबंधक दीपक, अखंड, रवी वर्मा लगातार 24 घंटे सेवा देने में लगे हुए है, जिससे किसी प्रकार की दिक्कत न हो।

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11 मई तक ग्रीन जोन हो सकता है जनपद

सीएमओ डा. जीसी मौर्या ने बताया कि अगर 11 मई तक कोई नया केस नहीं आया तो जनपद ग्रीन जोन हो सकता है। वैसे यह निर्णय शासन स्तर से लिया जाएगा। कोरोना संक्रमितों के ठीक होकर आने के बाद संकट के कुछ बादल कम होते दिख रहे हैं। वैसे बाहर से आ रहे लोग चुनौती है, इसके लिए भी विभाग के अधिकारी व मेडिकल टीम दिन-रात लगी हुई है।


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