धर्मातरण को लेकर फिर क्षत्रिय सभा ने चढ़ाई आस्तीन
धर्मांतरण के मामले को लेकर अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा युवा का प्रतिनिधिमंडल जिलाध्यक्ष राजकुमार ¨सह के नेतृत्व में रायफलक्लब में मंगलवार को डीएम से मिलकर पत्रक सौंपा। इस दौरान उन्होंने खेद जताते हुए कहा कि ईसाई मिशनरी द्वारा धर्म परिवर्तन के बारे में अवगत कराने के बाद भी इसे गंभीरता से नहीं लिया गया, जिससे बिना अनुमति के ही प्रार्थना सभा का आयोजन किया जा रहा है।
जासं, गाजीपुर : धर्मातरण का मामला जिले के लिए गंभीर होता जा रहा है। एक ओर जहां इसे रोकने को लेकर एक पक्ष आमादा है वहीं दूसरे पक्ष के बगावती तेवर टकराव की आशंका को बढ़ा रहे हैं। प्रशासन इस पर नजर रखने की बात तो कर रहा लेकिन उसकी चुप्पी कथनी और करनी में तालमेल नहीं बैठने दे रही। इसी मामले को लेकर अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा युवा के प्रतिनिधि मंडल ने जिलाध्यक्ष राजकुमार ¨सह के नेतृत्व में मंगलवार को रायफल क्लब में डीएम से मिलकर पत्रक सौंपा। उन्होंने आरोप लगाया कि ईसाई मिशनरी की धर्म-परिवर्तन विषयक गतिविधियों के बारे में अवगत कराने के बाद भी इसे प्रशासन के स्तर से अपेक्षित गंभीरता से नहीं लिया गया जिससे बिना अनुमति के ही प्रार्थना- सभा के आयोजन जारी हैं।
जिलाध्यक्ष ने कहा कि इसका ताजा उदाहरण बीते 18 नवंबर को खानपुर थाना क्षेत्र के खपड़ेल संदल गांव में राधेश्याम राजभर, सईचनपुर में रामदुलार राम, हथौड़ा में सुनील गोड़, सादात थाना क्षेत्र के टाड़ाबेरक गांव में आकाश यादव व सैदपुर कोतवाली के महमूदपुर गांव में कुछ लोगों द्वारा किए गए आयोजनों से मिला। इन स्थानों पर धर्म-परिवर्तन व प्रार्थना-सभा का आयोजन प्रशासन के बिना अनुमति के किया गया। उक्त गलत प्रयासों को क्षत्रिय महासभा और क्षत्रिय समाज के सदस्यों और पुलिस के हस्तक्षेप से रोका गया। उन्होंने चेतावनी कि अगर समय रहते इस पर रोक नहीं लगी तो जनपद की शांति-व्यवस्था भंग हो सकती है। इस मौके पर मुकुल ¨सह, विवेक ¨सह, विशाल ¨सह, सौरभ ¨सह, गर्वजीत ¨सह, अजीत ¨सह, अश्विनी ¨सह, गौरव ¨सह, चंचल ¨सह आदि रहे। प्रमुख मांगें
- धर्म परिवर्तन की गतिविधियों को तत्काल रोका जाए।
- इन गतिविधियों में जो भी लोग गैर कानूनी ढंग से शामिल हैं उनके खिलाफ तत्काल कार्रवाई की जाए।
- बिना पूर्व अनुमति के हो रही सभाओं पर अंकुश लगाया जाए।
- जिन लोगों ने ईसाई-धर्म स्वीकार कर लिया है उन्हें चिह्नित कर सुविधाएं बंद की जाएं।