ध्वस्त किए घरों के बाहर के धार्मिक प्रतीक-चिह्न
जासं, बहरियाबाद (गाजीपुर): खानपुर क्षेत्र में 30 परिवारों के ईसाई मिशनरियों द्वारा धर्म परिवर्तन के बाद सक्रिय हुए ¨हदू युवा वाहिनी के जिला उपाध्यक्ष राजेश ¨सह बबलू सहित दर्जनों कार्यकत्र्ता सोमवार को बहरियाबाद थाना क्षेत्र के फौलादपुर हरिजन बस्ती में संचालित ईसा मसीह
जासं, खानपुर (गाजीपुर) : ईसाई धर्म प्रचारकों द्वारा धन का प्रलोभन देकर जल्दीपुर, नेवादा व बिझवल गांव में 30 परिवारों का धर्म परिवर्तन किए जाने का मामला प्रकाश में आने के बाद भी सोमवार को प्रशासन के न पहुंचने से आमजन में आक्रोश है। हालांकि कुछ लोगों ने अपने घर के सामने बनाए गए चर्च के प्रतीक को ध्वस्त कर दिया। ¨हदू युवा वाहिनी के लोगों ने पहुंचकर धर्म परिवर्तन कर चुके लोगों से बात की। दावा किया कि सबकी घर वापसी कराई जाएगी। उधर, एलआइयू की टीम तीनों गांव में दोपहर में पहुंच गई। पांच सदस्यीय टीम के सदस्यों ने अपने स्तर से मामले की वास्तविकता को समझा और रिपोर्ट तैयार किया।
प्रार्थनासभा के संचालक गुड्डू राम के घर ¨हदू युवा वाहिनी के लोग पहुंचे तो घर के सामने बने चर्च के प्रतीक के चिन्ह को देकर ध्वस्त कर वह कहीं चले गए थे। गांव के संभ्रांत लोग भी धर्म परिवर्तन कर चुके लोगों को समझाने में लगे हुए हैं। अनुसूचित जाति बस्ती के लोग सहमे हुए हैं। उनसे बात करने का प्रयास किया गया लेकिन उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया। रिटायर्ड पुलिस अधिकारी तेजबहादुर ¨सह के पुत्र चंद्रप्रताप द्वारा ईसाई धर्म स्वीकार किए जाने से लोग सकते हैं। धर्म परिवर्तन करा चुके शिवशंकर ¨सह का कहना है कि वहां हमें मानसिक शांति मिलती है। नि:शुल्क इलाज भी होता है। असाध्य रोगों से पीड़ित चंद दिनों में ठीक हो जाते हैं। उनकी मूर्तियों को पूजना व किताबों को पढ़ना पड़ता है। हम लोग मंदिर में भी जाते हैं और प्रार्थनासभा में भी। पाल, राजभर व बेनवंशी के दर्जन भर परिवार के लोग कुछ बोलने को तैयार नहीं हैं। शाम को ¨हदू युवा वाहिनी के जिला संगठनमंत्री प्रमोदनाथ तिवारी संगठन के अन्य लोगों के साथ पहुंचे। उन्होंने 25-30 घरों में पहुंचकर देखा कि ईसा मसीह का चित्र था। द्वार पर चर्च का प्रतीक चिन्ह भी थे। उन्होंने लोगों से बात की तो कोई कुछ भी बोलने को तैयार नहीं था। जिला संगठन मंत्री ने कहा कि अन्य ¨हदू संगठनों से भी बात की जाएगी। इसके बाद तीन-चार दिनों तक और छानबीन करने के बाद मुख्य आरोपी के खिलाफ एफआइआर दर्ज कराया जाएगा। इसके अलावा धर्म परिवर्तन करा चुके लोगों को तुलसी का पौधा देकर और उनके घरों के सामने ओम व स्वास्तिक बनाकर उनकी घर वापसी कराई जाएगी। --- अंतरजातीय विवाह की लालच में किया धर्म परिवर्तन
-अंतरजातीय विवाह करने के लालच में तीनों गांवों के कुछ युवक व युवतियों ने धर्म परिवर्तन कर लिया है। उनका कहना है कि हम लोगों ने अपनी मर्जी से धर्म परिवर्तन किया है।