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बिहार बार्डर पर इंट्री के बाद ही शवदाह को जिले में प्रवेश

जागरण संवाददाता गाजीपुर गंगा नदी में शव मिलने के बाद जिलाधिकारी एमपी सिंह के निर्देश पर बिहार से आने शवों की रजिस्टरी पर इंट्री के बाद ही जिले में प्रवेश करने दिया जा रहा है।

By JagranEdited By: Published: Fri, 14 May 2021 08:36 PM (IST)Updated: Fri, 14 May 2021 08:36 PM (IST)
बिहार बार्डर पर इंट्री के बाद ही शवदाह को जिले में प्रवेश
बिहार बार्डर पर इंट्री के बाद ही शवदाह को जिले में प्रवेश

जागरण संवाददाता, गाजीपुर: गंगा नदी में शव मिलने के बाद जिलाधिकारी एमपी सिंह के निर्देश पर बिहार से आने वाले शवों की बकायदा रजिस्टर पर इंट्री के बाद ही जिले में प्रवेश करने दिया जा रहा है। जांच-पड़ताल के लिए बिहार बार्डर से सटे करमहरी, ढेहुढ़ी सहित एनएच 24 पर बरूईन व तलाशपुर मोड़ के पास पुलिस पिकेट लगवाया गया है। गुरुवार करीब दो दर्जन लोगों की जानकारी लिखी गई कि वह किस घाट पर शवदाह करेंगे। वहां का सत्यापन भी कराया गया।

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जमानियां: गंगा नदी में शव मिलने की घटना को लेकर पुलिस प्रशासन एक्टिव मोड़ में आ गया है। पुलिस नाव से नदी में पेट्रोलिग करने के साथ अन्य एहतियात बरत रही है। सड़क मार्ग से जनपद में प्रवेश करने वाले सभी मार्ग पर पुलिस ने चौकसी बढ़ा दी है। स्टेशन बाजार स्थित बरूईन गांव के पास तलाशपुर मोड़ सहित बिहार बॉर्डर से सटे ढेवढी व करमहरी गांव के पास बैरियर लगाया गया है। जहां कोतवाली पुलिस कमान संभाले हुए है। इस संबंध में कोतवाल रवीन्द्र भूषण मौर्य ने बताया कि क्षेत्र सहित बिहार के कैमूर जनपद से दाह संस्कार के लिए आने वाले शवों को रोक कर पुलिस कर्मियों द्वारा शव को जलाने के लिए जागरूक किया जा रहा है। गंगा में प्रवाहित करने वाले शवों को रोक दिया जा रहा है। सरकार द्वारा जारी गाइडलाइन का पालन कराने के लिए

रैपिड रिस्पांस टीम ने प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का निरीक्षण

जमानियां (गाजीपुर) : प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर शुक्रवार को रैपिड रिस्पांस टीम ने औचक निरीक्षण कर तैयारियों का जायजा लिया। लगातार बढ़ रहे कोरोना संक्रमण पर काबू पाने के लिए जिला प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग लगातार प्रयास कर रही है। कोविड पाजिटिव मरीज जो घर पर आइसोलेट किए गए हैं, उनका उपचार सही तरीके से हो और मरीज जल्द स्वस्थ हो इसके मद्देनजर रैपिड रिस्पांस टीम को जिम्मेदारी सौंपी गई है। इसी को ध्यान में रख कर आरआर टीम ने औचक निरीक्षण किया। स्वास्थ्य केन्द्र प्रभारी डा. रुद्रकांत सिंह ने बताया क्षेत्र में कोविड पाजिटिव मरीजों को होम आइसोलेट किया गया हैं। इसकी निगरानी के लिए आरआर टीम गठित हैं। यदि पाजिटिव मरीजों की संख्या बढ़ी तो और टीमें लगाई जाएंगी। कहा कि जांच के बाद कोविड पॉजिटिव होने पर रैपिड रिस्पांस टीम का काम शुरू हो जाता है। पॉजिटिव रिपोर्ट आने पर सबसे पहले रैपिड रिस्पांस टीम संबंधित के घर का दौरा कर यह तय करती है। मरीज होम आइसोलेट किया जा सकता है या नहीं। यदि उसकी हालत गंभीर होती है तो उसे कोविड अस्पताल में भर्ती कराना है। इस दौरान जीवन रक्षक दवाओं सहित आक्सीजन की उपलब्धता को भी टीम ने देखा। इस अवसर पर एसपीआरए राजधारी चौरसिया, प्रभारी निरीक्षक जमानियां, फार्मासिस्ट जेएन शुक्ला आदि रहे।


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