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कोरोना ने सेमी हाई स्पीड ट्रेन की रफ्तार पर लगाया ब्रेक

जमानियां (गाजीपुर) डीडीयू - पटना रेल खंड पर सेमी हाई स्पीड वाली ट्रेन दौड़ाने के रेलवे के मंसूबे पर कोरोना ने ब्रेक लगा दिया है। फरवरी माह में अप और डाउन लाइन में झाझा से डीडीयू के बीच हुआ स्पीड ट्रायल कार्यक्रम सफल भी रहा था।

By JagranEdited By: Published: Wed, 22 Jul 2020 06:47 PM (IST)Updated: Wed, 22 Jul 2020 06:47 PM (IST)
कोरोना ने सेमी हाई स्पीड ट्रेन की रफ्तार पर लगाया ब्रेक
कोरोना ने सेमी हाई स्पीड ट्रेन की रफ्तार पर लगाया ब्रेक

जागरण संवाददाता, जमानियां (गाजीपुर) : डीडीयू - पटना रेल खंड पर सेमी हाई स्पीड वाली ट्रेन दौड़ाने के रेलवे के मंसूबे पर कोरोना ने ब्रेक लगा दिया है। फरवरी माह में अप और डाउन लाइन में झाझा से पीडीडीयू के बीच हुआ स्पीड ट्रायल कार्यक्रम सफल भी रहा था। माना जा रहा है कि इस रेल खंड पर सीआरएस (कमिश्नर ऑफ रेलवे सेफ्टी) के निरीक्षण के बाद ही सेमी हाई स्पीड वाली ट्रेन दौड़ेगी।

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धनबाद मंडल के प्रधानखंटा जंक्शन एवं पंडित दीन दयाल उपाध्याय स्टेशन के बीच सेक्शनल स्पीड में वृद्धि के बाद गया रूट पर 130 किलोमीटर की गति से ट्रेन चलाने का रेलवे ने निर्णय लिया है, जबकि पीडीडीयू पटना रेल खंड पर अभी भी 110 में ही मेल, सुपरफास्ट व एक्सप्रेस दौड़ रही है। बीते फरवरी माह में 9 व 10 को  आरडीएसओ (अनुसंधान अभिकल्प एवं मानक संगठन) की टीम कंफर्मेटरी ओसिलोग्राफी कार रन के साथ अप लाइन में झाझा से डीडीयू तक तथा डाउन लाइन में डीडीयू से झाझा तक 24 एलएचबी कोच वाली विशेष ट्रेन 130 किमी कीरफ्तार से चलाकर स्पीड ट्रायल किया गया था जिसे अधिकारी पूरी तरह से सफल बताए थे। ट्रेन की औसत गति 110: 57 किमी प्रति घंटा रिकार्ड हुई थी। लेकिन कोरोना संक्रमण के कारण  डीडीयू पटना रेल खंड पर सेमी हाई स्पीड ट्रेनदौड़ाने के रेलवे के प्लान पर कोरोना ने ब्रेक लगा दिया जिसके कारण इस रेल खंड पर सीआरएस ( कमिश्नर ऑफ रेलवे सेफ्टी ) का  निरीक्षण कार्यक्रम नहीं हो सका। क्योंकि सीआरएस के निरीक्षण कार्यक्रम के बाद ही रेल खंड परट्रेनों के स्पीड में वृद्धि होगी। हालांकि अभी सीआरएस के निरीक्षण कार्यक्रम को लेकर कोई तिथि तय नहीं हुई है। फिर भी विभाग अपनी तैयारी कर रहा है। ------------

पीडीडीयू पटना रेल खंड पर बीते फरवरी माह में आरडीएसओ (अनुसंधान अभिकल्प एवं मानक संगठन) की टीम कंफर्मेटरी ओसिलोग्राफी कार रन के साथ 130 की गति में ट्रेन चलाने को लेकर स्पीड ट्रायल कर रिपोर्ट सीआरएस को सौंपी दी गई है। केवल अब सीआरएस के रिपोर्ट का ही इंतजार है। फिर भी जांच पड़ताल के बाद सीआरएस के अधिकारी निरीक्षण कर सकते हैं। हर तीन माह पर रेलवे की आरडीएसओ (अनुसंधान अभिकल्प एवं मानक संगठन) की टीम द्वारा स्पीड ट्रायल किया जाता है, जो एक प्रक्रिया है। - राजेश कुमार, मुख्य जनसंपर्क अधिकारी पूर्व मध्यरेलवे।


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