टीबी के मरीजों की तलाश करेंगे सीएचसी-पीएचसी के चिकित्सक
जासं गाजीपुर जिले को टीबी मुक्त बनाने के लिए स्वास्थ्य विभाग की ओर से तैयारियां तेज कर दी गई हैं। इसके लिए गुरुवार को सीएचसी- पीएचसी के प्रभारी चिकित्सकाधिकारियों को टीबी नोटिफिकेशन प्रशिक्षण दिया गया। इस मौके पर एसीएमओ डा. केके वर्मा ने कहा कि जनपद की जनसंख्या के सापेक्ष प्रति एक लाख पर 164 टीबी के मरीज होने चाहिए। जबकि विभाग ने अब तक मात्र 63 टीबी मरीजों को ही खोज पाया है जो लक्ष्य का मात्र 40 प्रतिशत है। ऐसे ही मरीजों को खोजने के लिए चिकित्सकों को प्रशिक्षित किया जा रहा है।
जासं, गाजीपुर : जिले को टीबी मुक्त बनाने के लिए स्वास्थ्य विभाग की ओर से तैयारियां तेज कर दी गई हैं। इसके लिए गुरुवार को सीएचसी- पीएचसी के प्रभारी चिकित्सकाधिकारियों को टीबी नोटिफिकेशन प्रशिक्षण दिया गया। इस मौके पर एसीएमओ डा. केके वर्मा ने कहा कि जनपद की जनसंख्या के सापेक्ष प्रति एक लाख पर 164 टीबी के मरीज होने चाहिए। जबकि विभाग ने अब तक मात्र 63 टीबी मरीजों को ही खोज पाया है जो लक्ष्य का मात्र 40 प्रतिशत है। ऐसे ही मरीजों को खोजने के लिए चिकित्सकों को प्रशिक्षित किया जा रहा है।
जिला समन्वयक डा. मिथिलेश सिंह ने बताया कि एक जनवरी से 31 दिसंबर 2018 तक जिले में कुल 3093 मरीज खोजे गए थे। वहीं वर्ष 2019 का लक्ष्य 4370 मरीज है, जिसके सापेक्ष 30 नवंबर तक 2870 मरीजों की ही तलाश हो पाई। जो लक्ष्य से काफी पीछे हैं। टीबी के मरीजों को एक ओर जहां इलाज की निशुल्क सुविधा शासन द्वारा मुहैया कराई जाती है। वहीं उन्हें 500 प्रति माह उनके खाते में भेजे जाते हैं। इस मौके पर एसीएमओ डा. आरके सिन्हा, डा. डीपी सिन्हा, प्रशिक्षक डा. धीरेंद्र प्रताप सिंह, अनुराग पांडेय, संजय यादव, सुनील वर्मा मौजूद रहे।