तीसरी लहर के लिए अभी तैयार नहीं सीएचसी बरुईन
कोरोना की दूसरी लहर की भयावहता के बाद भी स्वास्थ्य विभाग।
जागरण संवाददाता, जमानियां (गाजीपुर) : कोरोना की दूसरी लहर की भयावहता के बाद भी स्वास्थ्य विभाग तीसरी लहर को लेकर गंभीर नहीं है। यही कारण है कि अभी तैयारी नाकाफी है। 30 बेड वाले सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बरुईन पर केवल 17 बेड हैं, जिसमें पांच बेड का पीकू वार्ड बनाया गया है, शेष 12 बेड जनरल वार्ड के लिए है। ऐसे में तीसरी लहर से निपटने के लिए सीएचसी पूर्ण रूप से तैयार नहीं है।
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बरुईन में आइसोलशन बेड व वेंटिलेटर की कोई व्यवस्था नहीं है। पांच बेड का बच्चों के लिए पीकू बेड बनाया गया है, लेकिन आक्सीजन प्लांट का निर्माण अधूरा होने से वार्ड में आक्सीजन सप्लाई के लिए पाइप लाइन भी नहीं बिछायी गई है। वार्डों में आधा-अधूरी तैयारी है। कोरोना की पहली व दूसरी लहर से स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह से वाकिफ है फिर भी तीसरी लहर को लेकर जिस तरह की तैयारी होने चाहिए वैसे नहीं है। स्थानीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर विधायक सुनीत सिंह ने अपनी निधि से आक्सीजन प्लांट निर्माण के लिए बजट उपलब्ध कराया, फिर भी प्लांट का कार्य धीरे गति से चल रहा है। आक्सीजन प्लांट का शेड व फर्श का कार्य अभी पूर्ण हुआ है। चिकित्सक व कर्मचारी की कमी
: सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर चिकित्सक व कर्मचारी की भारी कमी है। केंद्र पर चिकित्सक के सात पद हैं, लेकिन तीन चिकित्सक ही तैनात हैं। डेंटल सर्जन का तबादला हो गया है। स्टाफ नर्स का तीन पद है, जबकि केवल एक तैनात है। लैब टेक्नीशियन तीन की जगह एक है। एक्स-रे टेक्नीशियन पद एक तैनाती एक भी नहीं, फार्मासिस्ट पद तीन, तैनात दो, डार्क रूम सहायक पद एक तैनात, वार्ड ब्वाय पद तीन तैनात एक भी नहीं, वार्ड आया पद तीन, तैनात एक भी नहीं।
---- फैक्ट फाइल..
पीकू वार्ड : पांच बेड का बना
आईसोलशन वार्ड : नदारद
आईसीयू बेड : 12 बेड का बनना है
वेंटिलेटर : नदारद
आक्सीजन प्लांट : अभी अधूरा
आक्सीजन कंसंट्रेटर : पांच
आक्सीजन सिलेंडर मध्यम : पांच
आक्सीजन सिलेंडर छोटा : एक भी नहीं
------- : केंद्र पर तीसरी लहर को लेकर बच्चों के लिए पांच बेड का पीकू वार्ड बनाया गया है। आक्सीजन का बड़ा सिलेंडर उपलब्ध नहीं है। तीसरी लहर को लेकर तैयारी चल रही है। आक्सीजन प्लांट का निर्माण अभी अधूरा है। चिकित्सकों की भी कमी है। विभाग के अधिकारियों से इसके लिए पत्राचार किया गया है।
- डा. पीके श्रीवास्तव, केंद्र प्रभारी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बरुईन।