मेंघबरन सिंह स्टेडियम का बदल रहा स्वरूप
इस समय इस स्टेडियम में हाकी के 350 व अखाड़े पर 70 पहलवान दांव पेच आजमा रहे हैं।
मेंघबरन सिंह स्टेडियम का बदल रहा स्वरूप
जागरण संवाददाता, सैदपुर (गाजीपुर) : करमपुर के मेंघबरन सिंह स्टेडियम का रूप अब बदलने लगा। एस्ट्रोटर्फ के चारों तरफ उबड़-खाबड़ पड़े मैदान को बराबर करने के साथ ही उसमें घास लगाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। पूर्व सांसद राधेमोहन सिंह सप्ताह भर से स्टेडियम में रुककर कायाकल्प करने में लगे हुए हैं। इस समय इस स्टेडियम में हाकी के 350 व अखाड़े पर 70 पहलवान दांव पेच आजमा रहे हैं।
पूर्व सांसद ने अपने बड़े भाई स्टेडियम के संस्थापक स्व. तेजबहादुर सिंह के सपनों को पूरा करने के लिए सुबह ही वह ग्राउंड में पहुंच जाते हैं। एस्ट्रोटर्फ के पूर्वी व उत्तर हिस्से को अब तक लेबरल, ट्रैक्टर व जेसीबी आदि मशीनों को लगाकर बराबर करवा चुके हैं। पश्चिम व दक्षिणी तरफ भी मैदान को बराबर किए जाने का कार्य शुरू कर दिया गया है। अब स्टेडियम और भी सुंदर दिखना शुरू हो गया है। पूर्व सांसद का कहना है कि स्व. तेजबहादुर सिंह का सपना था कि स्टेडियम हरे घासों से भरा हुआ और साफ सुथरा हो। साथ ही स्टेडियम के चारों तरफ बने दर्शक दीर्घा समेत दीवारों आदि की रंगाई-पुताई समय-समय पर होती रहे।
बताया कि मैदान को बराबर कराने के साथ ही उसमें घास बोने की प्रक्रिया शुरू करवा दी गई है। कुछ दिनों बाद एस्ट्रोटर्फ के चारों तरफ का मैदान हरी घास युक्त होगा। कोच इंद्रदेव कुमार से उन्होंने कहा कि किसी भी खिलाड़ी को किसी तरह की असुविधा न हो। उन्हें हर प्रकार की सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएगी। बता दें कि मेंघबरन सिंह स्टेडियम से ओलिंपियन ललित उपाध्याय समेत कई खिलाड़ी टीम इंडिया के लिए खेल चुके हैं और खेल रहे हैं। ललित उपाध्याय ने स्व. तेजबहादुर सिंह की पुण्यतिथि पर मंच से भरोसा जताया था कि इस स्टेडियम से और भी ओलिंपियन निकलेंगे।