चकनाली को प्रधान ने बनवा दिया चकरोड
जासं जमानियां (गाजीपुर) क्षेत्र के मदनपुरा गांव स्थित सैकड़ों एकड़ खेतों में पानी के अभाव में धूल उड़ रही है। खेतों में पानी पंहुचाने के लिए लावा-छावा माइनर से जुड़े चकनाली को करजहीं ग्रामप्रधान ने मनरेगा के तहत मिट्टी भरवाकर चकरोड में तब्दील करा दिया। ग्रामीणों का आरोप है कि प्रधान द्वारा चकनाली को चकरोड तो बना दिया गया लेकिन किनारे से नाली की व्यवस्था नहीं की गई। ऐसे में खेतों में पानी पहुंचाने की समस्या उत्पन्न हो गई है।
जागरण संवाददाता, जमानियां (गाजीपुर) : मदनपुरा गांव स्थित सैकड़ों एकड़ खेतों में पानी के अभाव में धूल उड़ रही है। खेतों में पानी पंहुचाने के लिए लावा-छावा माइनर से जुड़े चकनाली को करजहीं ग्रामप्रधान ने मनरेगा के तहत मिट्टी भरवाकर चकरोड में तब्दील करा दिया। ग्रामीणों का आरोप है कि प्रधान द्वारा चकनाली को चकरोड तो बना दिया गया लेकिन किनारे से नाली की व्यवस्था नहीं की गई। ऐसे में खेतों में पानी पहुंचाने की समस्या उत्पन्न हो गई है।
ग्रामीणों का कहना है कि दशकों पूर्व बने नाली से सैकड़ों किसानों के खेतों में खरीफ व रबी के फसलों की सिचाई होती थी। ग्रामप्रधान ने मनमाने ढंग से नाली को पटवाकर चकरोड में परिवर्तित करा दिया। कागज में चकरोड अंकित होने का हवाला देकर नाली को तो पटवा दिया गया लेकिन एक बार भी यह नहीं सोचा गया दशकों से इसी नाली से सिचाई कर रहे किसानों के सामने अब क्या विकल्प होगा। फिलहाल सैकड़ों एकड़ खेत परती पड़ा हुआ है। किसानों ने एसडीएम के यहां पत्रक सौंपकर नाली खोलवाने का गोहार लगाया लेकिन अब तक कोई सुनवाई नहीं हुआ। किसान कृष्णकांत तिवारी, बृजराज दुबे, सुभाष तिवारी, मन्नू तिवारी आदि किसानों ने बताया कि दशकों से मौजूद नाली को पाट दिया गया है। इससे किसानों को भारी परेशानी हो रही है। पानी के अभाव में खेतों में दरार पड़ा हुआ है। ---
-चकनाली पर चकरोड निर्माण का आरोप गलत है। सरकारी दस्तावेज में चकरोड ही दर्ज है। किसान किनारे से चकनाली बना सकते हैं।
-प्रधान अजय गुप्ता, ग्राम प्रधान अजय गुप्ता।