ग्राम प्रधान सचिव समेत चार पर गबन का मुकदमा
जागरण संवाददाता सादात (गाजीपुर) भीमापार गांव में विभिन्न कार्यों एवं व्यक्तिगत शौचालय निर्माण
जागरण संवाददाता, सादात (गाजीपुर) : भीमापार गांव में विभिन्न कार्यों एवं व्यक्तिगत शौचालय निर्माण में किया गया घोटाला सामने आया है। इसमें 33 लाख 56150 रुपये गबन के मामले में शनिवार की शाम स्थानीय कोतवाली में पूर्व ग्राम प्रधान चंद्रसुरेश यादव, तत्कालीन ग्राम विकास अधिकारी ज्ञानेंद्र यादव, वर्तमान ग्राम पंचायत अधिकारी आरती चौहान एवं अवर अभियंता वीके सिंह के खिलाफ संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया। डीएम के आदेश पर सहायक विकास अधिकारी सादात वीरेंद्र कुमार मिश्रा की तहरीर पर मुकदमा दर्ज हुआ है।
भीमापार गांव निवासी रतन कुमार गुप्ता ने भीमापार में हुए विभिन्न कार्यों से संबंधित जानकारी जनसूचना अधिकार के तहत 26 अगस्त 2017 में मांगी थी। सूचना मिलने के बाद उन्होंने डीएम के यहां शिकायती पत्र दिया था। कोई कार्रवाई नहीं होने पर छह अगस्त 2018 को उन्होंने हाईकोर्ट में रीट दाखिल की। हाईकोर्ट के आदेश पर डीएम द्वारा टीम बनाकर जांच करवायी गई। जांच अधिकारी जिला पशु चिकित्साधिकारी ने सितंबर 2018 में जांच किया तो शिकायत सही पाई गई। डीएम ने ग्रामप्रधान का खाता 26 दिसंबर 2019 को सीज कर दिया। ग्रामप्रधान चंद्रसुरेश यादव हाईकोर्ट गए लेकिन उनकी याचिका खारिज करते हुए कोर्ट ने दो जनवरी 2020 को डीएम को निर्देशित किया कि पुन: जांच कर एक माह में कार्रवाई की जाए। डीएम ने जिला विकलांग जन कल्याण अधिकारी से जांच कराई तो फिर से आरोपों की पुष्टि हो गई और विभिन्न निर्माण कार्यों में पांच लाख 36150 रुपये एवं व्यक्तिगत शौचालय निर्माण में 28 लाख 20 हजार रुपये गबन का मामला उजागर हुआ है। डीएम ने बीते 11 दिसंबर को तत्काल प्रभाव से ग्रामप्रधान व सचिव को प्रभावमुक्त कर दिया। एक जनवरी 2021 को डीएम द्वारा आदेश के क्रम में चारों आरोपियों पर खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया।
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: सहायक विकास अधिकारी सादात की तहरीर पर उन चारों पर मुकदमा दर्ज कर मामले की छानबीन की जा रही है। आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए प्रयास भी शुरू कर दिया गया है। - रविद्रभूषण मौर्या, कोतवाल, सैदपुर।