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चरमरा गई बीएसएनएल की नेटवर्क व्यवस्था

जासं गहमर (गाजीपुर) स्थानीय गांव सहित करहिया गांव में लगा बीएसएनएल टॉवर इलाके के उपभोक्ताओं के लिए परेशानी का सबब बन गया है। आए दिन नेटवर्क के गायब रहने से उपभोक्ताओं को संचार सेवा का लाभ नहीं मिल पा रहा। टॉवर कर्मियों की लापरवाही के चलते क्षेत्र के उपभोक्ता तो हलकान हैं ही सरकारी दफ्तरों में तैनात अधिकारियों और कर्मचारियों को भी संचार की समस्याओं से जूझना पड़ रहा है। क्षेत्र के उपभोक्ताओं को संचार सेवा मुहैया कराने के लिए गहमर व करहिया गांव में भारत दूर संचार निगम लिमिटेड ने टॉवर लगवा रखा है।

By JagranEdited By: Published: Thu, 20 Jun 2019 05:05 PM (IST)Updated: Thu, 20 Jun 2019 05:05 PM (IST)
चरमरा गई बीएसएनएल की नेटवर्क व्यवस्था

जासं, गहमर (गाजीपुर) : स्थानीय गांव सहित करहिया गांव में लगा बीएसएनएल टॉवर इलाके के उपभोक्ताओं के लिए परेशानी का सबब बन गया है। आए दिन नेटवर्क के गायब रहने से उपभोक्ताओं को संचार सेवा का लाभ नहीं मिल पा रहा। टॉवर कर्मियों की लापरवाही के चलते क्षेत्र के उपभोक्ता तो हलकान हैं ही, सरकारी दफ्तरों में तैनात अधिकारियों और कर्मचारियों को भी संचार की समस्याओं से जूझना पड़ रहा है।

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क्षेत्र के उपभोक्ताओं को संचार सेवा मुहैया कराने के लिए गहमर व करहिया गांव में भारत दूर संचार निगम लिमिटेड ने टॉवर लगवा रखा है। शुरुआत में नेटवर्क की अच्छी सुविधा मिलने पर उपभोक्ताओं ने भारी मात्रा में बीएसएनएल सिम की खरीददारी कर सेवा लेना शुरू कर दिया लेकिन समय बीतने के साथ बीएसएनएल संचार सेवा भी ध्वस्त होती गई। वैसे तो दिन में चार से छह घंटे तक नेटवर्क गायब रहना बीएसएनएल के लिए आम बात थी। क्षेत्र के उपभोक्ताओं में इसकी आदत भी पड़ गई है लेकिन कुछ दिनों से नेटवर्क व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गया है। बिजली आपूर्ति ठप हो जाने पर नेटवर्क भी पूरी तरह से गायब हो जा रहा है। उपभोक्ता अपने रिश्तेदारों, परिचितों के संपर्क से बाहर चल रहे हैं। बार-बार नेटवर्क गायब को लेकर के उपभोक्ताओं का बुरा हाल है। उपभोक्ताओं को राह नहीं सूझ रहा है कि वह अब रिश्तेदारी और परिचितों में बंट चुके इस नंबर को कैसे बदलें। बहरहाल यही हाल रहा तो इलाके के उपभोक्ता बीएसएनएल की सेवा से तौबा करने में अब देर नहीं करेंगे। इस संबंध में जमानियां एसडीओ एससी सिंह से पूछने पर भी वे कोई माकूल जवाब नहीं दे सके।

ठप हैं इलाके के सहज जनसेवा केंद्र

: क्षेत्र के गांवों में बीएसएनएल के इंटरनेट से दर्जनों सहज जन सेवा केंद्र जुड़े हैं। इन केंद्रों पर आय, जाति, निवास प्रमाण पत्रों के अलावा विभिन्न प्रकार के प्रमाण पत्र बनाए जाते हैं। इंटरनेट सेवा बंद होने की वजह से इलाके के जरूरतमंदों के काम पूरी तरह से ठप हैं। इसके चलते जरूरतमंद सहज जनसेवा केंद्र जाते हैं और मायूस होकर लौट आते हैं। हालात यह हो गए हैं कि आय, जाति और निवास प्रमाण पत्र के अभाव में तमाम छात्र-छात्राओं का विद्यालयों में प्रवेश नहीं हो पा रहा है।

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