वाहन चालक हो जाएं सावधान, कोहरा न ले पाए जान
जागरण संवाददाता, गाजीपुर: धुंध में वाहन चलाना काफी जोखिम भरा होता है। ऐसे में सुरक्षित यात्रा के लिए यातायात नियमों का पालन करने के साथ ही सावधानी बहुत जरुरी है। इसी से सड़क दुर्घटनाओं को रोका जा सकता है।
जागरण संवाददाता, गाजीपुर: धुंध में वाहन चलाना यूं ही बेहद जोखिम भरा होता है। ऐसे में तनिक सी भी लापरवाही जीवन के लिए बर्बादी भरा हो सकता है। सुरक्षित यात्रा के लिए यातायात नियमों का पालन करने के साथ ही सावधानी बहुत जरूरी है। इससे काफी हद तक सड़क हासदों को रोका जा सकता है। खासकर शहर के अंदर सहित नेशनल हाइवे पर वाहन चालकों को विशेष सतर्कता बरतनी चाहिए।
अक्सर सड़कों पर यह देखने को मिलता है कि ठेला सहित पिकअप पर बेतरतीब सरिया लादा रहता है, इससे तमाम घटनाएं होती हैं। इसके बावजूद इनपर कोई कार्रवाई नहीं होती और न ही इनके लिए कोई मानक बनाया गया है। इस ओर नजर की जरूरत है। बड़े वाहन सहित कार व वाइक चालकों को यातायात के नियमों के प्रति जागरूक होने चाहिए ताकि उन्हें नियमों की जानकारी हो। खासकर कोहरे में थोड़ी सावधानी हटने पर दुर्घटना से कोई रोक नहीं सकता। इसलिए शहर की अंदरुनी सड़कों सहित राष्ट्रीय राजमार्गों पर विशेष सावधानी बरतनी चाहिए। ट्रकों व बसों सहित सभी बड़े वाहनों को सड़कों के किनारे खड़ा करते समय और सतर्कता होनी चाहिए। मनमाने और बेतरतीब वाहनों को खड़ा कर देने पर घने कोहरे में यह दिखाई नहीं देगें जो प्राय: बड़े हादसों के कारण माने जाते हैं। इसके इतर नशा भी कम जिम्मेदार नहीं है। शराब पीकर तो कभी भी वाहन न चलाएं। इसके कारण गाड़ी पर चालकों का संतुलन कम हो जाता है और वह अनियंत्रित हो जाता है। ऐसे में उसके लिए तो खतरा है कि सामने व पीछे से आने वाले वाहन भी दुर्घटना के शिकार हो जाते हैं।
----- सड़क पर खड़ा न करें बड़े वाहन
आम तौर पर देखने को मिलता है कि लंबी दूरी की यात्रा कर रहे लोग लंच करते समय अपने कार, टैंपों, ट्रक व बस को ढाबे के किनारे सड़कों पर ही खड़ा कर देते हैं। इतना ही नहीं वह का पार्किंग लाइट और इंडिकेटर भी बंद कर देते हैं, जो दुर्घटना का सबसे बड़ा कारण है। लाइट न जलने और सड़क पर वाहन खड़ा कर देने से कोहरे में दिखाई न देने के कारण यह बेहद घातक होता है। ऐसे में वाहन को हमेशा पार्किंग एरिया में खड़ा करने के बाद भी लाइट को हमेशा आन रखें। अगर कोई वाहन खराब हो जाए तो उसके आगे व पीछे कोने में आग जलाकर रखें ताकि लोग पहले से सतर्क हो जाएं।
---- मानक को ताक पर रख चल रहे सरिया लदे वाहन
कोहरे का समय आ गया है लेकिन संबंधित महकमा अभी चेता नहीं है। ऐसा लग रहा है जैसे वह किसी दुर्घटना का इंतजार कर रहे हैं। यहां तक कि यातायात माहभी चल रहा है लेकिन न तो अभी तक कहीं कोई जागरूकता कार्यक्रम किया गया और न ही कोई कार्रवाई हुई है। यही कारण है कि निडर होकर मानक को ताख पर रख पिकअप, ट्रक व ठेले पर सरिया लादकर धड़ल्ले से चल रहे हैं। अगर यही स्थिति कोहरे में रही तो तो कोई बड़ा हादसा हो सकता है। जबकि ऐसे वाहन जिस पर सरिया रखा गया और वह वाहन से बाहर तक लटका है तो उस पर लाल कपड़ा लगा देना चाहिए ताकि लोग सतर्क रहें। इतना ही नहीं सरिया को मोड़कर भी रख रखे सकते हैं, लेकिन नियमों को कहीं पालन नहीं हो रहा है। मजे की बात तो यह है कि जब ऐसे वाहनों को चलने की कोई इजाजत ही नहीं है तो यह कैसे फर्राटे भर रहे हैं।
----- कोहरे में असावधानी से हुए हादसे
- दिसंबर 2017: सैदपुर थाना क्षेत्र के अनौनी बाजार में स्कूल बस और यात्री बस आपस में टकरा गए। इसमें दर्जनों छात्रों सहित शिक्षक और यात्री गंभीर रूप से घायल हो गए।
- ठीक इसके एक दिन बाद नंदगंन थाना क्षेत्र के खांवपुर पुल के पास ओवरटेक करने पर स्कूल बस और यात्री बस की टक्कर। इसमें होलीकास इंग्लिश स्कूल के आधा दर्जन छात्र घायल हो गए।
- 18 जनवरी 2018: शहर कोतवाली क्षेत्र के छावनी लाइन के पास असावधानी के कारण घने कोहरे में फिसल कर गिया। इससे सकलेनाबाद निवासी 25 वर्षीय राहुल गुप्ता की मौत हो गई।
------ बेतरतीब सरिया लदे वाहनों पर पिछले दो माह में 25 वाहनों का चालान करने के साथ जुर्माना वसूल किया गया है। इसके साथ ही उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की गई है। छठ बाद एक बार फिर से इस पर अभियान चलाया जाएगा, जो भी मिलेगा उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
- राम ¨सह, एआरटीओ प्रवर्तन