माह-ए-रमजान में इफ्तार बांटने से करें परहेज
गाजीपुर कोरोना के प्रकोप के चलते लगे लॉकडाउन के कारण माह-ए-रमजान में रोजा इफ्तार बांटने से परहेज करें। इसका निर्देश जिला प्रशासन ने भी दिया है। ओलमाओं के मुताबिक रोजा इफ्तार करने के बजाय नकद राशि देकर किसी गरीब की मदद करें या राशन बांट दे। इससे भीड़ से भी निजात मिलेगी और लॉकडाउन के नियमों का पालन भी होगा।
जासं, गाजीपुर : कोरोना के प्रकोप के चलते लगे लॉकडाउन के कारण माह-ए-रमजान में रोजा इफ्तार बांटने से परहेज करें। इसका निर्देश जिला प्रशासन ने भी दिया है। ओलमाओं के मुताबिक रोजा इफ्तार करने के बजाय नकद राशि देकर किसी गरीब की मदद करें या राशन बांट दे। इससे भीड़ से भी निजात मिलेगी और लॉकडाउन के नियमों का पालन भी होगा।
मौलाना नईमुद्दीन गाजीपुरी ने कहा कि लॉकडाउन में रोजा इफ्तार न बांटें। अगर किसी की मदद करना चाहते हैं तो गरीबों को नकद राशि अदा करें। इसके अलावा नमाज एवं तारावीह के लिए कई घरों के लोग एक जगह इकट्ठा होकर भीड़ न जमा करें। इसके अलावा तारावीह पूरी होने पर किसी प्रकार का कार्यक्रम आयोजित न करें। मौलाना अनस हबीब कासमी ने कहा कि लॉकडाउन का पूरी पाबंदी से पालने करें। खासकर रमजान के दौरान दिन या रात बिना वजह घर से बाहर न निकलें। गली एवं चौराहों पर न निकलें। साथ ही खांसते एवं थूकते समय अपने मुंह पर रूमाल रखें। इसके अलावा दिन में कई बार अपने हाथों को साबुन से 40 सेकेंड तक धोएं।