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सड़क हादसे में सेना के जवान की मौत, मचा कोहराम

जासं गाजीपुर नगर कोतवाली क्षेत्र के सकलेनाबाद में गुरुवार की रात ट्रक की रोशनी पड़ने से अनियंत्रित बाइक विद्युत पोल से जा टकराई। हादसे में सेना के जवान राजेश सिंह (39) की मौत हो गई। जबकि उनका छोटा भाई गंभीर रूप से घायल हो गया। वह अपने पैतृक गांव मेदनीपुर से लंका स्थित आवास जा रहे थे। सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। इधर उनके मौत की जानकारी होते ही परिजनों में कोहराम मच गया।

By JagranEdited By: Published: Fri, 08 May 2020 04:35 PM (IST)Updated: Fri, 08 May 2020 04:35 PM (IST)
सड़क हादसे में सेना के जवान की मौत, मचा कोहराम
सड़क हादसे में सेना के जवान की मौत, मचा कोहराम

जासं, गाजीपुर : नगर कोतवाली क्षेत्र के सकलेनाबाद में गुरुवार की रात ट्रक की रोशनी पड़ने से अनियंत्रित बाइक विद्युत पोल से जा टकराई। हादसे में सेना के जवान राजेश सिंह (39) की मौत हो गई। जबकि उनका छोटा भाई उमेश गंभीर रूप से घायल हो गया। वह अपने पैतृक गांव मेदनीपुर से लंका स्थित आवास जा रहे थे। सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। इधर, उनकी मौत की जानकारी होते ही परिजनों में कोहराम मच गया।

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सुहवल थाना क्षेत्र के मेदनीपुर गांव निवासी एवं सेना में बंगाल इंजीनियरिग में रूढ़की आर्मी सेंटर में हवलदार पद पर तैनात राजेश सिंह बीते छह मार्च को छुट्टी लेकर घर आए थे। लॉकडाउन के कारण वह ड्यूटी पर नहीं जा पाए थे। देर रात अपने भाई के साथ अपने गांव मेदनीपुर से बाइक लेकर लंका स्थित आवास जा रहे थे। यहीं उनकी पत्नी और बच्चे रहते हैं। जैसे ही वे सकलेनाबाद पहुंचे सामने से आ रहे ट्रक की तेज लाइट के कारण बाइक से अपना नियंत्रण खो बैठे व सड़क के किनारे स्थित विद्युत पोल से टकराते हुए पत्थर की सीढियों से सीधे जा टकराए। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजने के साथ घायल को उपचार के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया।

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भाई-बहनों में बड़े थे राजेश

अपने सात भाई-बहनों में सैनिक राजेश कुमार सिंह सबसे बड़े थे। वर्ष 2000 में बंगाल इंजीनियरिग में सिपाही के पद पर भर्ती हुए थे। उनके पिता हवलदार सिंह घर पर ही रह खेती करते हैं। उनके दोनों पुत्र अभी पढ़ाई करते हैं। सड़क हादसे में उनकी मौत की सूचना मिलते ही पत्नी सुमन सिंह एवं पुत्र धर्मवीर सिंह व राजवीर सिंह सहित अन्य सभी परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। परिजनों ने हादसे की सूचना रूढ़की स्थित यूनिट के सैन्य अधिकारियों को दे दी। उनका अंतिम संस्कार मेदनीपुर स्थित श्मशान घाट पर किया गया। मुखाग्नि बड़े पुत्र धर्मवीर सिंह ने दी।


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