मातृ व शिशु कल्याण केंद्रों पर नहीं पहुंचती एएनएम
जासंवाददाता, मुहम्मदाबाद (गाजीपुर): ग्रामीण इलाकों में स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने के उद्देश्
जासंवाददाता, मुहम्मदाबाद (गाजीपुर): ग्रामीण इलाकों में स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने के उद्देश्य से जगह-जगह स्थापित मातृ एवं शिशु कल्याण केंद्र संबंधित कर्मियों की उदासीनता के चलते बेकार साबित हो रहे हैं। बाराचवर ब्लाक के अधिकतर केंद्रों पर तैनात एएनएम शायद ही वहां पहुंच पाती हैं। इससे प्रसूताओं व बच्चों के टीकाकरण आदि का कार्य भी प्रभावित हो रहा है।
प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बाराचवर के तहत 25 मातृ एवं शिशु कल्याण केंद्र संचालित हो रहे हैं। इसमें मांटा, करकटपुर, गोसलपुर व डेहमा केंद्र एएनएम विहीन चल रहा है। बाकी जगहों पर एएनएम की तैनाती तो है लेकिन असावर व करीमुद्दीनपुर को छोड़कर अन्य जगहों पर तैनात एएनएम शायद ही कभी अपने केंद्रों पर पहुंचती हैं। इनके केंद्र पर न पहुंचने से उससे जुड़े गांवों की प्रसव पीड़ित महिलाओं व शिशुओं के टीकाकरण आदि के लिए दूसरे जगहों या बाराचवर पीएचसी पर जाना पड़ता है। यही नहीं प्रसव के लिए भी उन्हें ब्लाक मुख्यालय या दूसरे जगहों पर जाना पड़ता है। वहां संसाधन का भी टोटा है। केंद्रों पर न तो बेड हैं और न ही स्ट्रेचर। कहीं-कहीं अगर दिख भी रहा है तो वह पूरी तरह से जर्जर अवस्था में पड़ा है। सब मिलाकर शासन की ओर से सबको स्वास्थ्य सुविधा मुहैया कराए जाने की योजना पूरी तरह से बेकार साबित हो रही है। ग्रामीणों का कहना है कि बार-बार अधिकारियों से शिकायत के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। इसके चलते महिलाओं व बच्चों को इसका लाभ नहीं मिल पा रहा है।
जिन केंद्रों पर एएनएम के पद रिक्त हैं उसकी सूची बनाकर उच्चाधिकारियों को भेजी जा चुकी है। जहां एएनएम तैनात हैं और नहीं पहुंच रही है तो इसकी जांच कर कार्रवाई की जाएगी।
-डा. एनके ¨सह, चिकित्साधिकारी पीएचसी बाराचवर।