गुरु कृपा मिलने से मिट जाते हैं सारे दुख
सब्बलपुर के प्रांगण में नित्य आयोजित भगवान की कथा में सत्संग।
जागरण संवाददाता, मलसा (गाजीपुर) : सब्बलपुर के प्रांगण में नित्य आयोजित भगवान की कथा में सत्संग समिति अध्यक्ष संजय राय ने बताया कि गुरु की महिमा के विषय में पौराणिक कथाओं में उल्लेख मिलता है और संसार में यानि लोकव्यवहार में देखा गया है कि गुरु के प्रति श्रद्धा एवं विश्वास रखकर जिसने भी गुरु मंत्र को आत्मसात कर लिया, उसने संसार के समस्त सुख, वैभव, संतति की प्राप्ति तो की ही, परलोक में भी सद्गति को प्राप्त किया। गुरु की कृपा जिसको मिल जाती उसके हृदय के निर्मल नेत्र अर्थात अंतरचक्षु खुल जाते हैं और संसार में व्याप्त दुख दोष मिट जाते हैं तथा भगवान के चरित्र को उनकी लीला को देखने समझने का विवेक जाग्रत हो जाता है। गुरुदेव के चरणकमलों की रज को ऐसा सुंदर अंजन समझना चाहिए जिसको लगाने से विवेकरूपी नेत्र निर्मल हो जाता है और फिर संसाररूपी बंधन से छुटकारा हो जाता है। गुरुकृपा और गुरुवाणी महामोह अंधकार को दूर करने के लिए प्रकाशरूप हैं। अत: संसार की छोटी से छोटी और बड़ी से बड़ी उपलब्धि की तथा भगवान की भक्ति जो भी कामना है उसकी उपलब्धि हासिल करने के लिए गुरु शरणागति ही सर्वोपरि साधन है।